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जयपुर में सीरियल ब्लास्ट की साजिश में शामिल एनआईए (NIA) के मोस्ट वांटेड और 5 लाख के इनामी आतंकी फिरोज (48) को रतलाम में गिरफ्तार किया गया है। बुधवार को फिरोज को पुलिस ने गिरफ्तार किया।अब इस मामले में चौंकाने वाली बात यह है कि आतंकी फिरोज भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष मंसूर जमादार के भाई मसरूफ जमादार के घर में रह रहा था।
कलेक्टर एसपी के मकान थे 100 मी. दूर
आतंकी फिरोज आनंद कॉलोनी स्थित घर में रुका था, जो ऑफिसर्स कॉलोनी से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है। यहां डीआईजी, कलेक्टर, एसपी समेत अन्य पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के बंगले भी हैं। फिरोज बुरका पहनकर बाहर निकलता था, ताकि किसी को उस पर शक न हो।
तीन साल से फरार था आतंकी फिरोज
मार्च 2022 में राजस्थान के निंबाहेड़ा में एक फोर व्हीलर से संदिग्ध विस्फोटक पदार्थ पकड़ा गया था, जो जयपुर ब्लास्ट साजिश से जुड़ा था। इस मामले में फिरोज फरार हो गया था। इसके बाद एनआईए और पुलिस लगातार उसकी तलाश कर रही थी। एनआईए ने फिरोज पर 5 लाख रुपए का इनाम घोषित किया था। रतलाम पुलिस को इनपुट मिला कि फिरोज अपने घर में छिपा हुआ है, जिसके बाद पुलिस ने घेराबंदी कर उसे गिरफ्तार किया।
एसपी की अगुवाई में हुई गिरफ्तारी
सूचना मिलने पर रतलाम के एसपी अमित कुमार ने तुरंत एक टीम गठित की और आतंकी के घर को चारों ओर से घेर लिया। पुलिस को देखते ही फिरोज भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन उसे दबोच लिया गया। फिलहाल पुलिस और एनआईए की टीमें उससे पूछताछ कर रही हैं।
बीजेपी नेता बोले- मुझे कोई जानकारी नहीं थी
फिरोज की गिरफ्तारी के बाद भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा जिलाध्यक्ष मंसूर जमादार ने कहा कि मैं मकान के आगे के हिस्से में रहता हूं, जबकि भाई मसरूफ पीछे के हिस्से में रहते हैं। मुझे फिरोज के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पुलिस के आने के बाद ही मुझे इस बारे में पता चला।
जयपुर ब्लास्ट साजिश का पूरा मामला
मार्च 2022 में राजस्थान पुलिस ने निंबाहेड़ा में एक कार से संदिग्ध विस्फोटक जब्त किया था।
जांच में पता चला कि यह जयपुर में सीरियल ब्लास्ट की साजिश का हिस्सा था।
इस मामले में अब तक 8 आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं।
मुख्य मास्टरमाइंड इमरान को भी पहले ही पकड़ा जा चुका है।
एनआईए और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
एनआईए और पुलिस की कड़ी मेहनत के बाद यह गिरफ्तारी हुई है। अधिकारियों का मानना है कि पूछताछ के बाद आतंकी नेटवर्क से जुड़ी और भी अहम जानकारी मिल सकती है। इस गिरफ्तारी से जयपुर ब्लास्ट साजिश के मास्टरमाइंड और अन्य सहयोगियों तक पहुंचने में मदद मिलेगी।
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