मध्य प्रदेश के उमरिया जिले की चर्चित मुख्य नगरपालिका अधिकारी (CMO) ज्योति सिंह को आखिरकार निलंबित कर दिया गया है। शहडोल कमिश्नर सुरभि गुप्ता ने यह कदम उठाया है। ज्योति सिंह पहले नगर पालिका परिषद अनूपपुर में सीएमओ रही थीं, जहां उन पर भ्रष्टाचार और नियमों का उल्लंघन करने के गंभीर आरोप थे।
अनूपपुर में भी लगे थे ये आरोप
अनूपपुर में सीएमओ रहते हुए, ज्योति सिंह ने सामग्री क्रय ( Material Purchasing ) नियमों का उल्लंघन किया था। इसके चलते नगर पालिका परिषद ने विरोध किया था। कलेक्टर केडी त्रिपाठी को ज्ञापन सौंपा गया था और जांच का आदेश दिया गया था। हालांकि, जांच में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
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उमरिया में ट्रांसफर के बाद भी वही रवैया
ज्योति सिंह का ट्रांसफर उमरिया जिले में हुआ और वहां भी उन्होंने वही मनमानी रवैया अपनाया। नगर परिषद के पार्षदों ने इसका विरोध किया और कलेक्टर के पास मामले की शिकायत की। इसके बाद, जांच दल गठित किया गया, लेकिन ज्योति सिंह के दबंग पति ने जांच दल से विवाद किया।
नौरोजाबाद में एक करोड़ का घोटाला
ज्योति सिंह को नौरोजाबाद नगर परिषद भेजा गया, जहां उन्होंने एक करोड़ रुपए का घोटाला किया। इस घोटाले की जांच की मांग भी पार्षदों ने की थी। कलेक्टर ने रिपोर्ट के आधार पर शहडोल कमिश्नर से निलंबन की मांग की।
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कमिश्नर ने निलंबन आदेश जारी किया
शहडोल कमिश्नर सुरभि गुप्ता ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ज्योति सिंह को निलंबित कर दिया। साथ ही, उन्हें कलेक्टर कार्यालय में अटैच कर दिया। कमिश्नर ने कहा कि जांच में ज्योति सिंह के द्वारा गंभीर वित्तीय अनियमितताओं का पता चला है।
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