उमरिया के नायब तहसीलदार पर लगे आरोप झूठे, बेहोशी का नाटक कर रहा था फरियादी

मध्‍य प्रदेश के उमरिया में नायब तहसीलदार पर किसान से मारपीट के आरोप झूठे साबित हुए हैं। उल्टा किसान के नायब तहसीलदार से अभद्रता करने का खुलासा हुआ है...

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Shreya Nakade
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नायब तहसीलदार
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बीते दिनों मध्य प्रदेश के उमरिया में एक किसान ने नायब तहसीलदार पर रिश्वत लेने और मारपीट करने के आरोप लगाए थे। किसान का आरोप था कि सीएम हेल्पलाइन में नायब तहसीलदार की शिकायत करने पर उसके साथ मारपीट की गई। इस मामले  से जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। अब मामले में उमरिया के जिला कलेक्टर की जांच रिपोर्ट सामने आई है। 

उमरिया कलेक्टर धरणेन्द्र कुमार जैन ने इस मामले की जांच रिपोर्ट शहडोल कमिश्नर को सौंपी है। इसमें नायब तहसीलदार राघवेंद्र पटेल पर किसान सुखी लाल के साथ मारपीट के आरोपों को झुठलाया है। साथ ही पूरे मामले को झूठा बताया गया है। 

नायब तहसीलदार बेकसूर

कलेक्टर द्वारा लिखे गए पत्र में पूरे मामले की सच्चाई को उजागर किया गया है। कलेक्टर ने बताया कि नायब तहसीलदार द्वारा सुखी लाल के साथ कोई भी मारपीट नहीं की गई है।  

उमरिया कलेक्टर ने शहडोल कमिश्वर को सौंपी जांच रिपोर्ट- 

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किसान ने किया बेहोशी का नाटक

इस मामले में किसान सुखी लाल को दोषी पाया गया है। किसान ने राघवेंद्र पटेल पर झूठे आरोप लगाए थे। दरअसल सुखी लाल द्वारा नायब तहसीलदार के ऊपर ऋण पुस्तिका एवं मोबाइल की चोरी करने के झूठे आरोप लगाए गए। 

सुखी लाल ने राघवेंद्र पटेल के साथ अभद्रता की। इतना ही नहीं किसान सुखी लाल ने बेहोशी का नाटक भी किया। जिस समय किसान बेहोशी का नाटक कर रहा था उस समय मौके पर मानपुर पुलिस मौजूद थी। इससे पूरे मामले का खुलासा हुआ और कलेक्टर ने मामले में सफाई दी। 

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क्या था मामला ?

नायब तहसीलदार राघवेंद्र पटेल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ है। इस वीडियो में दावा किया गया कि राघवेंद्र पटेल ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने पर किसान सुखी लाल के साथ मारपीट की। नायब तहसीलदार पर रिश्वत लेने और किसान को प्रताड़ित करने के भी आरोप लगाए गए। 

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किसान ने क्या कहा ?

वीडियो वायरल होने पर किसान सुखी लाल साहू ने कहा कि उसने नामांतरण के लिए एक आवेदन पेश किया था। जिसके लिए उससे 10 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई। जब उसने पैसे नहीं दिए तो उसका आवेदन खारिज कर दिया गया।

किसान का कहना था कि इसके बाद उसने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करवाई। उस पर शिकायत वापस लेने के लिए दबाव डाला गया। बात न मानने पर उसके साथ मारपीट की गई। हालांकि अब किसान के ये आरोप झूठे और बेबुनियाद साबित हो गए हैं। 

पढ़िए पूरी खबर- 

CM Helpline पर शिकायत करने पर भड़के नायब तहसीलदार , कमरे में बंद कर किसान को पीटा

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