मध्य प्रदेश मानव अधिकार आयोग ( MP Human Rights Commission ) के अध्यक्ष मनोहर ममतानी ने विगत दिवसों के विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित प्रथम दृष्टया मानव अधिकार उल्लंघन के आठ मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से जवाब मांगा है।
स्कूल का दरवाजा खोल दरी लेने गए दो छात्रों को लगा करंट, एक की मौत
बड़वानी जिले के विकासखंड निवाली के मोजाली प्रावि में बीते गुरूवार को बारिश के दौरान स्कूल के दो विद्यार्थी करंट की चपेट में आ गए। शिक्षक ने बताया सभी विद्यार्थियों को एक साथ मावि के कमरों में बैठाया गया था। इस दौरान कक्षा 5वीं के छात्र अनिल पिता बाला सौनानी (12वर्ष) व श्री राम पिता परसराम सैनानी दोनों निवासी मोजाली के पटेल फलिया को प्रावि से दरी लाने के लिए कहा गया था।
बारिश के दौरान प्रावि के लोहे के गेट में करंट उतर गया था, जिसकी जानकारी नहीं थी। दोनों गेट खोलने लगे तो उन्हें करंट लग गया था। इससे एक की मौत हो गई। वहीं दूसरा विद्यार्थी गंभीर घायल हो गया। उसे सेंधवा के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं एसपी, बड़वानी से मामले की जांच कराकर जिम्मेदार के विरूद्ध की गई कार्रवाई के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
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महिला बोली - आधी रात को घर में घुसकर पुलिस वाले ने की मारपीट, बंदूक तानकर बोला - जान से मार दूंगा
ग्वालियर शहर में आधी रात घर में घुसकर मारपीट का आरोप एक बहोड़ापुर निवासी महिला ने पुलिस जवान पर लगाया है। बीते मंगलवार को जनसुनवाई में परिवार के साथ पहुंची महिला ने अधिकारियों को बताया कि वह किराए के मकान में रहती है। इसी मकान में एक पुलिस वाला भी रहता है। कुछ दिन पहले मेरी बहन आई थी। दोपहर करीब एक बजे जवान ने लोगों से अभद्रता की। फिर रात करीब एक बजे शराब के नशें में घर के गेट पर लात मारी।
गेट खोलते ही उसने मुझसे धक्का-मुक्की की। बचाने आए पति से भी मारपीट की। फिर वह बंदूक लेकर आया और धमकाया कि आज तो जान से मार दूंगा। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर, ग्वालियर से मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
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अधिकारियों की लीला अपरम्पार जिंदा बैगा महिला दिया मार
मंडला जिले की जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत घाघा के सहायक सचिव द्वारा ग्राम पंचायत में मीडिया रिपोर्ट के अनुसार लापरवाही से कार्य करने की सुर्खियां चल रही हैं। यहां पदस्थ रोजगार सहायक को अलग करने के लिए पंचायत द्वारा प्रस्ताव भी बनाया गया था। साथ ही इनके लापरवाही के नमूने हर समय मीडिया में छाए रहने के बाद भी इनके उपर कोई कार्यवाही नहीं होने से यह प्रतीत होता है कि इनको वरिष्ठ अधिकारियों का संरक्षण प्राप्त है।
मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने सीईओ, जिला पंचायत एवं कलेक्टर, मंडला सेे मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
बीआरसी सरकारी स्कूलों में छात्रों को पाठ्यपुस्तकें वितरित करने में विफल
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार हर जिले के ब्लाॅक संसाधन केन्द्रों ने सरकारी स्कूलों के छात्रों को पाठ्यपुस्तकें वितरित करने में खराब प्रदर्शन दिखाया गया है। कोई भी जिला अपने क्षेत्राधिकार के तहत सभी सरकारी स्कूलों को किताबें उपलब्ध कराने में कामयाब नहीं हुआ है।
उमरिया 69 प्रतिशत छात्रों को किताबें वितरित करके सूची में शीर्ष पर है, जबकि भोपाल 39वें स्थापर पर है, केवल 9 प्रतिशत सरकारी स्कूल के छात्रों को पाठ्यपुस्तकें प्राप्त होती है। अलीराजपुर सबसे खराब प्रदर्शन करने वाला जिला है, जहां एक भी पुस्तक वितरित नहीं की गई। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने संचालक, राज्य शिक्षा केन्द्र, भोपाल से स्कूल में पुस्तक वितरण में हो रहीं देरी के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
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हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से छात्र झुलसा
रायसेन जिले के मंडीदीप में हाईटेंशन लाइन के झलते तारों के नीचे से गुजरने पर बीते एक सप्ताह में तीन नाबालिग लडकों को करंट लगने की जानकारी प्राप्त हुई है दरअसल एक नाबालिग तो साइकिल चलाते समय अनजाने में उसके नीचे से गुजरते समय करंट लगने से हाथ, पैर, पेट एवं चेहरा बुरी तरह झुलस गया जिसे गंभीर अवस्था में मिसरोद के एक निजी अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहां वह मौत और जिंदगी के बीच झूल रहा है।
मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कार्यपालन यंत्री, मप्रमक्षेविविकंलिमि, रायसेन सेे मामले की जांच कराकर प्रश्नगत हाईटेंशन लाइन की मौके पर ऊँचाई और मानक स्तर अनुसार उसकी अपेक्षित ऊँचाई के संबंध में स्थिति स्पष्ट कर जनसुरक्षा के लिए की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन तीन सप्ताह मांगा है।
विदिशा के गांव सपेरा टपरा में 15 साल से नहीं बना स्कूल, पेड़ के नीचे पढ़ रहे बच्चे
विदिशा जिले की लटेरा तहसील के गांव सपेरा टपरा में स्कूल बिल्डिंग नहीं होने से बच्चे पेड़ के नीचे बैठ कर पढ़ने को मजबूर है। यह हाल आज का नहीं पिछले 15 साल से यहां लोगों को स्कूल बनने का इंतजार है। बारिश में बच्चे चार बूंदे पड़ने पर किताबें-काॅपियां गीली होने से बचाने में लग जाते हैं। गांव मंे करीब 20 परिवार रहते हैं, जिनके बच्चे स्कूल में पढ़ने के लिए आते हैं। मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने प्रमुख सचिव, स्कूल शिक्षा विभाग, मंत्रालय, भोपाल सेे मामले की जांच कराकर की गई कार्रवाई के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
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एक शिक्षक वाले स्कूल पर सरपंच ने लगाया ताला
रतलाम जिले में बीते शनिवार को समीप के गांव खजूरी देवड़ा में हाई सेकंडरी स्कल में सरपंच ने स्कूल में ताला लगा दिया, क्योंकि यहां पर 200 बच्चों से ज्यादा पढ़ाई के लिए आते हैं, लेकिन इनको पढ़ाने के लिए केवल एक ही अध्यापक है। यहां पर अधिकतर गरीब बच्चे पढ़ाई के लिये आते हैं। स्कूल को लेकर कई बार शिकायत की गई किंतु न तो शिक्षा विभाग और न ही जन-प्रतिनिधियों ने इस ओर कोई ध्यान दिया।
मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी, रतलाम सेे मामले की जांच कराकर विद्यालय में अध्ययन हेतु आ रहे 200 बच्चों के शिक्षा के मौलिक एवं मानव अधिकारों का सरंक्षण सुनिश्चित किये जाने हेतु की गई कार्यवाही के संबंध में एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल की छत गिरने से मजदूर की मौत
पन्ना जिले में निर्माणाधीन सीएम राइज स्कूल निर्माण कार्य में बड़ा हादसा हो गया। निर्माणाधीन तीसरी मंजिल की छत से नीचे गिरकर 22 वर्षीय मजदूर युवक की दर्दनाम मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हादसे में ग्राम हनुमतपुरा निवासी सुशांत पटेल नाम मजदूर की मौत हुई है।
मामले में संज्ञान लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने कलेक्टर एवं जिला श्रम अधिकारी, पन्ना सेे मामले की जांच कराकर मृतक के उत्तराधिकारियों को देय आर्थिक मुआवजा राशि तथा घटना के संबंध में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन एक माह में मांगा है।