केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपनी माता के देहांत के बाद पहली बार धार्मिक यात्रा पर उज्जैन पहुंचे। यहां उन्होंने बाबा महाकाल के दर्शन किए। दर्शन करने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ( Jyotiraditya Scindia ) ने महाकाल मंदिर परिसर का अवलोकन किया और निर्देश दिए की मंदिर के पत्थरों को प्राकृतिक रखा जाए। इसी के साथ मीडिया से चर्चा में उन्होंने कहा कि बाबा महाकाल का आशीर्वाद मालवा, प्रदेश और देश की जनता के साथ रहे यही कामना की है। इसी के बाद उन्होंने विकास कार्यों का जायजा लिया और मंदिर के जीर्णोद्धार को देखा। वहीं उन्होंने कहा मुख्यमंत्री और सांसद से बात करेंगे कि मंदिर की भव्यता जो प्राचीन जमाने में रहती थी वह भव्य रूप फिर से हो।
महाकाल के बारे में क्या कहा
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महाकाल लोक को लेकर कहा कि यह भाजपा सरकार ने अति सुंदर बनाया है। आने वाले दिनों में महाकालेश्वर मंदिर विश्व का धार्मिक स्थल के रूप में स्थापित हो जाएगा।
मां बगलामुखी मंदिर के किया दर्शन
गुरुवार शाम को ज्योतिरादित्य सिंधिया आगर मालवा जिले के नलखेड़ा पहुंचे। जहां उन्होंने विश्व प्रसिद्ध पीतांबरा सिद्ध पीठ मां बगलामुखी मंदिर में विधि-विधान और मंत्रोचार के साथ माता का पूजन किया। इसी के साथ सुख-समृद्धि की कामना भी की। इसके बाद सिंधिया ने यज्ञशाला में हवन अनुष्ठान किया। इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बगलामुखी मंदिर के पास बने आश्रम में सांदिपेन्द्र महाराज से भेंट कर उनका आशीर्वाद भी लिया। इस दौरान उनके साथ जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ( Tulsiram Silavat ), मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ( Govind Singh Rajput ) और गौतम टेटवाल मौजूद रहे।
चमत्कारी मंदिर है बगलामुखी
नलखेड़ा स्थित मां बगलामुखी का मंदिर भी काफी चमत्कारी है। यहां पर चुनाव लड़ने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी हवन पूजा करवाई थी। केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी आगर जिले में लगभग दो घंटे से ज्यादा का वक्त नलखेड़ा मां बगलामुखी मंदिर पर रहे। इसके पहले भी कई दिग्गज नेता यहां आकर पूजन करा चुके हैं। बताया जाता है कि ये मंदिर तंत्र साधना के लिए उत्तम स्थान के रूप में प्रसिद्ध है।