सीहोर कारोबारी के सुसाइड पर कमलनाथ, दिग्विजय और जीतू हमलावर

मध्य प्रदेश में सियासत गरमाती नजर आ रही है। शुक्रवार सुबह-सुबह राज्य के सीहोर जिले से एक कारोबारी के आत्महत्या करने की खबर आई। जिसने राज्य की सियासत को हिलाकर रख दिया है।

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Raj Singh
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मध्य प्रदेश में सियासत गरमाती नजर आ रही है। आज सुबह-सुबह राज्य के सीहोर जिले से एक कारोबारी के आत्महत्या करने की खबर आई। जिसने राज्य की सियासत को हिलाकर रख दिया है। बता दें कि कारोबारी ने अपनी पत्नी के साथ आत्महत्या कर ली है। इसे लेकर कांग्रेस आक्रामक हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आरोप लगा रहे हैं कि ईडी की जांच ने आरोपी की जान ले ली है।

दरअसल, 5 दिसंबर को कारोबारी मनोज परमार के घर ईडी ने छापेमारी की थी। जहां चल-अचल संपत्ति जब्त की गई थी। बता दें कि मनोज परमार ने 6 पन्नों का सुसाइड नोट भी छोड़ा है। इसमें गंभीर आरोप लगाए गए हैं। तो चलिए आपको बताते हैं कि इस मामले को लेकर कांग्रेस किस तरह बीजेपी को घेर रही है...

दिग्विजय सिंह ने उठाए सवाल

इस पूरे सुसाइड पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बीजेपी को घेरा है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि राज्यसभा के सांसद और कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने एक्स पर लिखा,आष्टा सिहोर जिला मप्र के मनोज परमार को बिना कारण ED द्वारा परेशान किया जा रहा था। मनोज परमार के बच्चों ने राहुल जी को भारत जोड़ो यात्रा के समय गुल्लक भेंट की थी। मनोज के घर पर  ED के  Astt Director भोपाल संजीत कुमार साहू द्वारा रेड की गई थी। मनोज अनुसार उस पर रेड इसलिए डाली गई क्योंकि वह कांग्रेस का समर्थक है।

दिग्विजय ने आगे लिखा कि मैंने मनोज के लिए वकील की व्यवस्था भी कर दी थी। लेकिन बड़े दुख के साथ कहना पड़ रहा है मनोज इतना घबराया हुआ था कि आज उसने व उसकी पत्नी ने आज सुबह आत्म हत्या कर ली। मैं इस प्रकरण में Director ED से निष्पक्ष जांच की मांग करता हूं।  

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कमलनाथ ने क्या कहा?

दिग्विजय के अलावा मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम कमलनाथ भी बीजेपी पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने अपने अधिकारिक एक्स हैंडल से लिखा कि, सीहोर जिले के आष्टा में मनोज परमार और उनकी पत्नी के आत्महत्या करने की खबर अत्यंत दुखद है। जिस तरह से परमार को ED के द्वारा प्रताड़ित किया गया, इससे स्पष्ट है कि यह आत्महत्या नहीं प्रताड़ना के कारण हुई हत्या ही है। परमार दम्पति का कसूर सिर्फ इतना था कि उनके बच्चों ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। पूरे देश में ED को राजनैतिक विद्वेष का हथियार बना लिया गया है। पहले विरोधियों और नेताओं को जेल भेजा जाता है और अब इस तरह का उत्पीड़न किया जा रहा है कि परेशान होकर लोग आत्महत्या करने तक को विवश हैं। कमलनाथ ने आगे लिखा कि, ईश्वर परमार दम्पति की आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ओम शांति।

पटवारी ने भी घेरा

वहीं इस घटना के बाद जीतू पटवारी सीहोर जिले पहुंच गए। जहां उन्होंने मीडिया से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ईडी के दबाव में हुई यह "सरकारी हत्या" देश में स्वतंत्र जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का सबसे बड़ा मामला है!  नरेंद्र मोदी जी के "नए भारत" पर लगा यह कलंक मध्यप्रदेश के साथ, आज पूरा देश देख रहा है!

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कांग्रेस उठाएगी आवाज- सिंघार

मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने भी इस सुसाइड पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि क्या कांग्रेस का समर्थन होना गुनाह है। सिंघार ने ट्वीट कर लिखा, मनोज परमार भी कांग्रेस समर्थक थे और उनके बच्चों ने राहुल गांधी को भारत जोड़ो यात्रा के समय अपनी गुल्लक भेंट की थी! लेकिन, उनको सरकार ने इतना परेशान किया कि उन्होंने आत्महत्या कर ली!  इन बच्चों को अनाथ करने का कारण भाजपा की मानसिकता है, जिसे एजेंसियों के सहारे पूरा किया जा रहा है।

सिंघार आगे लिखते हैं कि यह भाजपा सरकार का घिनौना राजनीतिक खेल है, जो विपक्षी विचारों को दबाने के लिए निर्दोष लोगों की मौत का कारण बन रहा है! यह साफ-साफ राजनीतिक आतंकवाद है और ED जैसी एजेंसियों का दुरुपयोग है। ये जनता के साथ अन्याय है और कुछ नहीं! कांग्रेस इसके खिलाफ आवाज उठाएगी!

विवेक तन्खा ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण

दिग्विजय, कमलनाथ, जीतू के अलावा कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने भी इस सुसाइड केस को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि इसकी सम्पूर्ण जांच होनी चाहिए। एजेंसीज की वर्किंग पे संसद में डिबेट जरूर होना चाहिए। अधिकारियों को प्रताड़ित करने का अधिकार किसने दिया है ? जरूरत पड़ी तो न्यायिक जांच की दरखास्त हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से भी लग सकती है। बहुत दुखद।

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