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मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का भूमिपूजन 25 दिसंबर को होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम में भाग लेकर भूमि पूजन करेंगे । इस परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बुंदेलखंड के लोगों का सपना था, जिसे अब साकार किया जाएगा।
बुंदेलखंड में एमपी-यूपी के 14 जिले आते हैं
बुंदेलखंड में मध्यप्रदेश के 10 जिले- पन्ना, टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सागर, दमोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन जबकि उत्तर प्रदेश के बांदा, महोबा, झांसी और ललितपुर जिले आते हैं। केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट से इन सभी जिलों के 9.5 लाख किसानों को फायदा पहुंचेगा। 10 लाख हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई हो सकेगी।
2023 में हुआ यूपी-एमपी और केंद्र के बीच एमओयू
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के लिए विवादों का निपटारा करते हुए 22 मार्च 2023 को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री के साथ एमपी और यूपी के मुख्यमंत्रियों के बीच त्रिपक्षीय एमओयू हुआ। इस परियोजना का 90% खर्च केंद्र सरकार और 10% राज्य सरकारें उठाएंगी। कुल 44 हजार 605 करोड़ रुपए की राशि में से एमपी सरकार 24334 करोड़ और यूपी सरकार 5710 करोड़ रुपए देगी। केन-बेतवा लिंक प्राधिकरण 14560 करोड़ रुपए खर्च करेगा।
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केन-बेतवा परियोजना का भूमिपूजन
मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र में जल संकट को दूर करने के लिए केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना का भूमि पूजन 25 दिसंबर को किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन किए जाने की संभावना जताई गई है। इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती भी मनाई जाती है, और सीएम ने इसे उनके स्वप्न को पूरा करने जैसा बताया।
सीएम मोहन ने पीएम मोदी से की मुलाकात
सीएम डॉ. मोहन यादव ने दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और केन-बेतवा परियोजना के भूमिपूजन का निमंत्रण दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि नदी जोड़ो अभियान की कल्पना अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी, और इसे साकार करने में प्रधानमंत्री मोदी का बड़ा योगदान है।
इसका भी होगा भूमिपूजन
केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के भूमि पूजन से पहले पार्वती-काली सिंध-चंबल नदी जोड़ो परियोजना का भूमि पूजन भी होगा। इस परियोजना से मध्यप्रदेश के 10 और राजस्थान के 13 जिलों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है, जिससे जल संकट का समाधान होगा।
ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट में निवेश की उम्मीदें
मध्य प्रदेश सरकार ने ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट का आयोजन फरवरी में भोपाल में करने की घोषणा की है। इसके पहले, प्रदेश के विभिन्न संभागीय मुख्यालयों पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें शहडोल में 16 जनवरी को समिट होगी। इस समिट से प्रदेश में निवेश आने की उम्मीद जताई जा रही है।
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