भोपाल के शारदा विहार में चल रहे कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग में आरएसएस ( RSS ) प्रमुख मोहन भागवत ( Mohan Bhagwat ) ने जिज्ञासा सत्र में शिक्षार्थियों को संबोधित करते हुए संघ प्रमुख बोले कि चुनौतियां आती रहेंगी। इनसे घबराने की जरूरत नहीं है, बल्कि दृढ़ता से इनका सामना करने के लिए तैयार रहें। आदर्श जीवन शैली अपनाएं, यह शैली चुनौतियों से लड़ने में सफल होगी। संघ के संकल्प और विचारधारा उत्कृष्ट राष्ट्र की परिकल्पना करता है, इसी परिकल्पना में सभी उत्तर निहित है।
शताब्दी वर्ष के विजन को स्वयंसेवकों से साझा किया
RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत ने संघ से जुड़ी कई गतिविधियों पर विचार रखे और मंथन किया। वह कार्यकर्ता अभ्यास वर्ग के जिज्ञासा सत्र में प्रबोधन दे रहे थे। संघ प्रमुख ने प्रबोधन में संघ की कार्यशैली, आदर्श संकल्प, उत्कृष्ट राष्ट्र निर्माण के बिंदू और संघ द्वारा समाज व प्रकृति हित में किए जाने वाले संकल्पों के बारे में विस्तार से बताया। वे राजधानी भोपाल के शारदा विहार स्थित विद्यालय में चल रहे अभ्यास वर्ग में 3 दिन तक रहे। डॉ. मोहन भागवत ने संघ के शताब्दी वर्ष के लिए बनाए गए विजन को स्वयंसेवकों से साझा किया। उन्होंने हिंदू राष्ट्र और सामाजिक समसरता के लिए चलाए जाने वाले प्रकल्पों के बारे में चर्चा की। समाज में चलने वाले सामाजिक आयामों को और गतिशील बनाने पर भी अपने विचार रखे।
आज संघ प्रमुख भोपाल से हो जाएंगे रवाना
संघ प्रमुख बीते दो दिनों से भोपाल में हैं। वे इस कार्यकर्ता विकास वर्ग में आज जिज्ञासा समाधान सत्र में प्रशिक्षणार्थी स्वयंसेवकों के सवालों और जिज्ञासाओं पर जवाब दिए। आज संघ प्रमुख भोपाल से रवाना हो जाएंगे। कार्यक्रम स्थल पर किसी की एंट्री नहीं शारदा विहार परिसर में जहां संघ का प्रशिक्षण वर्ग आयोजित हो रहा है। उस परिसर में प्रशिक्षणार्थियों के अलावा किसी की भी एंट्री नहीं हैं। यहां तक कि कार्यक्रम के दौरान के फोटो भी शेयर नहीं किए जा रहे हैं। हालांकि संघ से जुडे़ पदाधिकारियों का कहना है कि ये प्रशिक्षण वर्ग हमारा आंतरिक मामला है। इसके प्रचार-प्रसार की आवश्यकता नहीं होती।
कार्यकर्ता विकास वर्ग-1 में कुल 382 शिक्षार्थी आए
4 प्रांतों के 382 स्वयंसेवक ले रहे प्रशिक्षणसंघ की रचना में मध्य क्षेत्र में चार प्रांत हैं- छत्तीसगढ़, महाकौशल, मालवा और मध्यभारत। इन चारों प्रांतों से कार्यकर्ता विकास वर्ग-1 में कुल 382 शिक्षार्थी आए हैं, जिनमें छत्तीसगढ़ से 78, महाकौशल से 85, मालवा से 118 और मध्यभारत से 97 चयनित स्वयंसेवक शामिल हैं। वर्ग के संचालन के लिए 19 अधिकारियों की संचालन टोली है। जिसमें सर्वाधिकारी के अलावा वर्ग पालक अशोक पोरवाल और वर्ग कार्यवाह बलवंत राव इत्यादि शामिल हैं।