लोकसभा स्पीकर ओम बिरला मंगलवार को इंदौर में एक पेड़ मां के नाम अभियान में शामिल हुए। उन्होंने बिजासन फॉरेस्ट कैंप में पौधारोपण भी किया है। उनके साथ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व स्पीकर सुमित्रा महाजन, वन मंत्री नागरसिंह चौहान, महापौर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी व विधायकगण मौजूद थे
यह बोले स्पीकर बिरला
रेसीडेंसी में मीडिया से बात करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि इंदौर अध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक आंदोलन की धरती है। यह हमेशा हमेशा देश को प्रेरणा देता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने जलवायु परिवर्तन को चुनौती के रूप में देखा है। पर्यावरण के अनुकूल जीवनशैली को पूरा विश्व अपना रहा है। इसी से हम पर्यावरण की चुनौतियों से लड़ पाएंगे। एक पेड़ मां के नाम एक सामाजिक आंदोलन है। इंदौर से शुरू हुआ यह अभियान देश के सभी गांव-शहर को प्रेरणा देगा।
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बोले बिरला सदन में शोर शराबे से हल नहीं निकलता
बिरला पौधारोपण के बाद नगर निगम के नए अटल परिषद हॉल में पार्षदों से मिले और सदन के संचालन, सवालों के प्रस्तुतिकरण संबंधी टिप्स भी दिए। लोकसभा स्पीकर बिरला ने कहा कि सदन में शोर शराब से कोई हल नहीं निकलता। जनता के हित की बातों को सदन में शान्ति से रख के उस पर चर्चा करना ही सही तरीका है। हमारी सभा कैसे चलती है। कैसे आम जनता की समस्या के मुद्दों पर बात हो रही है यह जरूरी है। हमारी जिम्मेदारी है कि लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं के प्रति जनता का विश्वास बना रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय ने की दिग्विजय सिंह की प्रशंसा
प्रदेश के संसदीय कार्य व नगरीय प्रशासन मंत्री कार्य मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सदन की बात कार्यक्रम में कहा कि सदन में चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि लोक सभा में सांसद जो आचरण करते हैं उसका ही अनुसरण निचले सदन करते हैं। विजयवर्गीय ने विधान सभा की पुरानी घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि मैंने दिग्विजय सिंह सरकार के बारे में सदन में कटाक्ष किया था कि आपकी सरकार एसटीडी पीसीओ मशीन की तरह है । रिश्वत डालो तो काम होता है। विजयवर्गीय ने बताया कि उसी रात जब मैं बस से इंदौर आने के लिए कहीं खड़ा था तब दिग्विजय सिंह ने मुझे आकर पूछा कहां जाना है जब मैंने बताया कि बस से इंदौर जाना है तब दिग्विजय सिंह ने कहा कि भारी बारिश में आप बस से इंदौर नहीं जाएंगे उन्होंने तुरंत कार की व्यवस्था करवाई। यह लोकतंत्र की स्वच्छ संसदीय परम्परा है की किसी बात को लेकर कटुता नहीं रखें।