/sootr/media/media_files/2025/10/15/lokayukta-raids-premises-of-retired-excise-officer-dharmendra-singh-in-indore-2025-10-15-10-44-12.jpg)
राहुल दवे @ इंदौर
इंदौर में लोकायुक्त का छापा:लोकायुक्त टीम ने बुधवार सुबह इंदौर के ओल्ड पलासिया में स्थित एक फ्लैट पर छापा मारकर बड़ी कार्रवाई की है। यह फ्लैट रिटायर्ड आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया का है।
जानकारी के अनुसार, टीम को यहां से 2 किलो सोने की सिल्लियां, 1 किलो सोने के गहने, 5000 यूरो और 75 लाख रुपय नगद मिले हैं। कुल मिलाकर करीब 8 करोड़ रुपए की रकम सामने आ रही है।
बताया जा रहा है कि रिटायर्ड अधिकारी के ठिकानों पर यह छापा आय से अधिक संपत्ति की शिकायत के बाद मारा गया है। टीम अब तक फ्लैट से मिले दस्तावेजों, बैंक रिकॉर्ड्स और इन्वेस्टमेंट डिटेल्स की जांच कर रही है।
कौन हैं धर्मेंद्र सिंह भदौरिया
धर्मेंद्र सिंह भदौरिया आबकारी विभाग में लंबे समय तक पदस्थ रहे हैं।
• वे इंदौर, भोपाल, और उज्जैन जोन में पदस्थ रह चुके हैं।
• उन्होंने फ्लाइंग स्क्वाड में भी काम किया था, जहां पर जांच कार्रवाइयों में इनका नाम कई बार सुर्खियों में रहा।
• पहले भी उनका नाम प्रभावशाली लोगों से मिलीभगत और विभागीय अनुशासनहीनता के मामलों में चर्चा में आया था।
लोकायुक्त टीम अब उनकी पूर्व तैनाती के दौरान हुई संपत्तियों की खरीद-बिक्री की जांच भी करने की तैयारी में है।
खबरें ये भी...
रिटायर्ड डीजी जेल आईपीएस संजय चौधरी की बेनामी कमाई, संपत्ति की जांच लोकायुक्त में ऐसे बंद
पीडब्ल्यूडी के पूर्व चीफ इंजीनियर जीपी मेहरा के घर लोकायुक्त का छापा, इन आरोपों में घिरे
आय से अधिक संपत्ति की जांच जारी
लोकायुक्त एसपी स्तर के अधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मिले सबूतों के आधार पर धर्मेंद्र सिंह भदौरिया की संपत्ति का ब्यौरा मांगा गया है। जांच टीम बैंक खातों, फिक्स्ड डिपॉजिट, बीमा पॉलिसी, और संपत्ति रजिस्ट्री के रिकॉर्ड खंगाल रही है।
लोकायुक्त की सख्ती से हड़कंप
इस कार्रवाई के बाद आबकारी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। विभाग के कई अधिकारी लोकायुक्त की जांच के रडार पर बताए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में कई और सेवानिवृत्त व वर्तमान अधिकारी भी इस जांच की जद में आ सकते हैं।
शराब के ठेके से लिंक
धर्मेंद्र सिंह भदोरिया 31 अगस्त को रिटायर हुए हैं। वे आलीराजपुर में पदस्थ थे। सूत्रों के मुताबिक, वे अभी भी आलीराजपुर में रहते हैं और वहां शराब के ठेके और गुजरात की अवैध शराब लाइन को संभालते हैं। भदोरिया शराब ठेकेदार एके सिंह के समधी हैं।
वे लंबे समय से सरकारी नौकरी करते हुए भी अपना कारोबार संभाल रहे थे। इस पर हमेशा आरोप लगते रहे हैं। आलीराजपुर में पहले रिंकू भाटिया का ठेका था। सूत्रों के मुताबिक, रिंकू भाटिया से उनकी भागीदारी भी थी। इन सब कारणों से उन्होंने काफी कमाई की। इसी आधार पर लोकायुक्त के पास उनकी शिकायत पहुंची थी, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई।
खबरें ये भी...
ऐसे विवादों में रहे पूर्व आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र सिंह भदौरिया1. होटल बिल विवाद
2. फ्लाइंग स्क्वाड (Flying Squad) से हटाना
3. नीलामी और अनुशासनहीनता के आरोप
4. स्थानांतरण / अटैचमेंट आदेश
| |