/sootr/media/media_files/2025/07/14/madhya-pradesh-atal-sagar-dam-6-gates-open-2025-07-14-13-53-03.jpg)
मध्य प्रदेश में हो रही भारी बारिश ने कई जिलों को प्रभावित किया है। श्योपुर, शिवपुरी और गुना जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण 6 गेट खोल दिए गए हैं। इससे करीब 1500 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। श्योपुर जिले के विजयपुर में क्वारी नदी का जलस्तर बढ़ने से आगरा मार्ग बंद हो गया है और बड़ौदा में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। शिवपुरी जिले में कई घरों में पानी भर गया है। इससे जनजीवन प्रभावित हुआ है।
ये खबर भी पढ़िए...MP Weather Update: मध्यप्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश ला सकती है बाढ़, जानें आज का मौसम
अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध के खोले गए 6 गेट
शिवपुरी जिले के अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध का जलस्तर पिछले कुछ दिनों में तेजी से बढ़ा है। इस कारण सोमवार सुबह अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध के 6 गेट खोल दिए गए हैं। बांध से करीब 1500 क्यूमेक पानी छोड़ा जा रहा है। इससे आसपास के इलाके में पानी का स्तर और बढ़ सकता है।
इससे पहले रविवार रात 8 बजे 4 गेट खोलने पड़े थे, लेकिन भारी बारिश के कारण सोमवार सुबह दो और गेट खोलने पड़े। इस प्रयास से बांध से निकलने वाले पानी को नियंत्रित किया जा रहा है, ताकि आसपास के इलाकों में बाढ़ का खतरा कम किया जा सके।
एमपी में भारी बारिश की स्थिति को एक नजर में समझें...
|
श्योपुर में क्वारी नदी उफान पर
श्योपुर जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण क्वारी नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है। रविवार रात से ही नदी का पानी उफान पर है, जिससे विजयपुर-आगरा मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। रास्ते की बंदी के कारण यातायात बाधित हो गया है, और लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अन्य रास्तों का उपयोग करने को मजबूर हैं।
शिवपुरी में घरों में भरा पानी
शिवपुरी जिले में बारिश के कारण रन्नौद क्षेत्र और आसपास के इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। कई घरों में पानी घुस गया है और लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं। यह स्थिति खासकर तब और गंभीर हो गई जब अटल सागर मड़ीखेड़ा बांध के गेट खोले गए। इससे पानी का स्तर तेजी से बढ़ा गया। रन्नौद में कई परिवारों ने इस आपदा में अपने सामान को खो दिया है। वहीं कुछ लोग राहत शिविरों में शरण ले रहे हैं।
सीहोर में नाले में बहे तीन लोग
सीहोर जिले के सुरई गांव में रविवार को अचानक नाले में पानी आने से तीन लोग बह गए। 40 वर्षीय मो. अताउर्रहमान, उनकी पत्नी रफत और 3 साल का बेटा ओरान नाले के तेज बहाव में बह गए। सोमवार सुबह से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब तक बच्चे का शव बरामद किया जा चुका है, जबकि बाकी दो लोगों की तलाश जारी है। यह घटना क्षेत्रीय प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों के लिए एक चेतावनी का काम करती है, ताकि भविष्य में इस तरह की आपदाओं से बचाव किया जा सके।
गुना में दिखा झरने की खूबसूरती का नजारा
गुना जिले में लगातार हो रही बारिश के कारण अजीत खोह स्थित झरना बहने लगा है। यह झरना यहां के शिव मंदिर के पीछे से निकलता है और इसका दृश्य बहुत ही आकर्षक है। बारिश के बाद यह झरना और भी खूबसूरत दिखाई देता है। यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। बारिश के कारण यहां के प्राकृतिक दृश्यों में भी बदलाव आया है। लोग इस जगह का आनंद लेने के लिए पहुंच रहे हैं।
शिवपुरी में अंडरपास ब्रिज में भरा पानी
शिवपुरी जिले में बारिश के कारण रेलवे लाइन के उकावल अंडरपास ब्रिज में पानी भर गया है। इसके कारण रेलवे संचालन पर भी असर पड़ा है। यात्री अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। इस अंडरपास में पानी भर जाने से लोग अन्य रास्तों का इस्तेमाल करने को मजबूर हैं, जिससे उनकी यात्रा में काफी देरी हो रही है।
कुंअरपुर गांव में बाढ़ जैसी स्थिति
श्योपुर जिले के कुंअरपुर गांव में एक तालाब का किनारा टूटने से पानी गांव में घुस गया। इससे वहां बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। इस घटना से गांव के कई घरों में पानी घुस गया और उनका सामान बह गया। ग्रामीणों का मानना है कि यह घटना किसी साजिश का परिणाम हो सकती है, क्योंकि तालाब का किनारा जानबूझकर फोड़ा गया था। यह घटना ग्रामीणों के लिए एक बड़ा संकट बन गई है, और उनके जीवन में असमंजस पैदा कर दिया है।
मध्यप्रदेश में बाढ़ की चेतावनी
मध्यप्रदेश में इस वर्ष मानसून की शुरुआत के साथ ही बारिश ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है। एक महीने के भीतर, राज्य में 45% यानी औसतन 17.4 इंच बारिश हो चुकी है। कुछ जिलों में बारिश का आंकड़ा शिखर पर पहुंच चुका है, जैसे निवाड़ी में जहां 102% पानी गिर चुका है, जबकि टीकमगढ़ में 90% बारिश हो चुकी है।
हालांकि, प्रदेश के कुछ हिस्से जैसे इंदौर और उज्जैन अभी पिछड़े हुए हैं, जहां बारिश कम हुई है। इस बार मानसून के स्ट्रॉन्ग सिस्टम की वजह से पूर्वी क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। वहीं नर्मदा जैसी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग का अनुमान है कि मानसून सीजन के ढाई महीने अभी बाकी हैं और प्रदेश में कुल 45 इंच से अधिक बारिश हो सकती है, जो सामान्य से कहीं अधिक होगी।
thesootr links
- मध्यप्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- राजस्थान की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक
- जॉब्स और एजुकेशन की खबरें पढ़ने के लिए क्लिक करें
- निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃
🤝💬👩👦👨👩👧👧
मड़ीखेड़ा डैम | मध्य प्रदेश मानसून अपडेट | मध्य प्रदेश मौसम | मध्य प्रदेश मौसम अनुमान | मध्य प्रदेश मौसम अपडेट | मध्य प्रदेश मौसम पूर्वानुमान | मध्य प्रदेश मौसम विभाग | Madhya Pradesh | MP | MP News Atal Sagar