मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में साइबर अपराधों से निपटने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। यहां हबीबगंज थाने में पहली साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की जा रही है। इसका शुभारंभ आज यानी 1 दिसंबर रविवार को पुलिस कमिश्नर हरिनारायणाचारी मिश्र करेंगे। इस कार्यक्रम में सभी पुलिस उपायुक्त और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। बता दें कि इस पहल का उद्देश्य साइबर अपराध पीड़ितों को सहायता करना और डिजिटल अपराधों पर प्रभावी तरीके से नियंत्रण स्थापित करना है।
साइबर पुलिस करेगी तत्काल कार्रवाई
वर्तमान में आम जनता को साइबर ठगी की शिकायत हेतु आवेदन देने हेतु साइबर शाखा में जाना पड़ता है। भोपाल शहर में एक ही साइबर थाना होने के कारण अधिकांश थाने दूर-दूर हैं, जिसके कारण पीड़ितों को शिकायत हेतु साइबर थाने जाने में काफी समय व परेशानी होती थी। आम जनता की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 01 दिसम्बर से आवेदक/पीड़ित 5 लाख रूपए तक की ठगी की शिकायत सम्बन्धित थानों में कर सकेंगे। शीघ्र शिकायत होने से साइबर पुलिस तत्काल कार्रवाई करते हुए पीड़ित के पैसे होल्ड करेगी तथा रिफंड की सम्भावना काफी बढ़ जायेगी।
भोपाल शहर मध्य प्रदेश का पहला जिला
साइबर डेस्क के शुभारंभ के मद्देनजर पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र ने पुलिस कमिश्नर कार्यालय में छह दिवसीय प्रशिक्षण का शुभारंभ किया। भोपाल शहर मध्य प्रदेश का पहला जिला होगा जहां साइबर डेस्क स्थापित कर उसे चालू किया जाएगा। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र का कहना है कि वर्तमान में साइबर अपराध पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गया है। मोबाइल और इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग के कारण ठग आम आदमी की गाढ़ी कमाई पर सेंध लगा रहे हैं। साइबर अपराधों की रोकथाम और बेहतर जांच के लिए पुलिस को तकनीकी ज्ञान और आम आदमी में जागरूकता होना बहुत जरूरी है, ताकि ऐसे अपराधों पर अंकुश लगाया जा सके।
सीएम ने किया था साइबर सेल का दौरा
सीएम मोहन यादव ने साइबर अपराधों को लेकर राज्य साइबर सेल का दौरा किया और अधिकारियों से महत्वपूर्ण चर्चा की थी। सीएम ने कहा था कि अब प्रदेश के हर थाने में साइबर डेस्क बनाई जाएगी। ताकि साइबर अपराधों पर तेजी से कार्रवाई हो सके। सीएम ने साइबर पुलिस द्वारा हाल ही में की गई डिजिटल गिरफ्तारी की कार्रवाई की सराहना की थी।
मन की बात कार्यक्रम में घटना का जिक्र
हाल ही में दुबई के एक व्यापारी को ऑनलाइन ठगी का शिकार बनाने की कोशिश की गई थी। हमारी पुलिस टीम ने मौके पर जाकर तुरंत जांच की। जिससे अपराधी भागने पर मजबूर हो गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी 'मन की बात' कार्यक्रम में इस घटना का जिक्र किया था।
सीएम ने की सावधान रहने की अपील
मुख्यमंत्री यादव ने जनता से "डिजिटल गिरफ्तारी" जैसी धोखाधड़ी से सावधान रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि डिजिटल गिरफ्तारी जैसी कोई चीज नहीं होती। अगर किसी के साथ ऐसी धोखाधड़ी होती है तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। मध्य प्रदेश में यह पहली घटना है जब ऐसे मामले में लाइव रेस्क्यू किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि साइबर जालसाजों की इतनी हिम्मत बढ़ गई है कि वे पुलिसकर्मियों से भी आईडी मांगने लगे हैं।
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