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माध्यमिक शिक्षा मंडल (MP Board) की बोर्ड परीक्षाएं मंगलवार ( 25 फरवरी ) से शुरू हो रही हैं। छात्रों की सुरक्षा और परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए गए हैं। इस बार पेपर लीक की अफवाहों को रोकने के लिए बोर्ड ने एक कंट्रोल रूम की स्थापना की है।
8 फर्जी टेलीग्राम ग्रुप्स का पर्दाफाश
बोर्ड द्वारा टेलीग्राम (Telegram) पर पेपर लीक करने का दावा करने वाले 8 ग्रुप्स की पहचान की गई है। इन ग्रुप्स से 2 लाख से अधिक छात्र जुड़ चुके हैं। साइबर क्राइम ब्रांच को इन ग्रुप्स के बारे में पूरी जानकारी सौंपी गई है। बता दें कि छात्रों से 200, 500, 1000, 2000 या डील के हिसाब से क्यूआर कोड के माध्यम से पैसे ट्रांसफर करने को कहते हैं। पैसे ट्रांसफर करने के बाद, संबंधित छात्र को पेपर भेज दिया जाता है।
छात्रों को चेतावनी: जुड़ने से बचें, वरना होगी कार्रवाई
बोर्ड ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अगर छात्र इन फर्जी ग्रुप्स से जुड़े पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने कहा कि इन छात्रों को सह-आरोपी भी बनाया जा सकता है।
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पिछले साल की घटनाएं: पांच आरोपियों की गिरफ्तारी
पिछले साल, बोर्ड की परीक्षा में पेपर लीक फैलाने के आरोप में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इस बार भी एक युवक को पेपर लीक से संबंधित मामले में गिरफ्तार किया गया है।
परीक्षा की शुरुआत: समय और निर्देश
मध्य प्रदेश बोर्ड (Madhya Pradesh Board) की परीक्षा 25 फरवरी से शुरू हो रही है। मंगलवार को 12वीं कक्षा का पहला पेपर हिंदी का होगा। 10वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू होंगी। इस साल कुल 16 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा में शामिल हो रहे हैं।
परीक्षा की शुरुआत सुबह 9 बजे होगी। छात्रों को सुबह 8 बजे तक परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के निर्देश दिए गए हैं। यदि छात्र 8:30 बजे के बाद पहुंचते हैं, तो उन्हें परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं मिलेगा।
फर्जी ग्रुप्स की चालाकियां और शिकार होने से बचें
फर्जी टेलीग्राम ग्रुप्स छात्रों को पेपर लीक होने का भ्रम फैलाते हैं और पैसे के बदले गलत जानकारी भेजते हैं। ये ग्रुप्स कभी बोर्ड के लोगो का उपयोग करते हैं, ताकि छात्रों को विश्वास में लिया जा सके। छात्रों को पैसे ट्रांसफर करने के बाद पेपर भेजने का दावा किया जाता है, लेकिन इसके बाद चैनल डिलीट कर दिए जाते हैं, जिससे पुलिस को पकड़ने में कठिनाई होती है।
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