भोपाल. मध्य प्रदेश में सीएम मोहन यादव की सरकार को बने 9 महीने पूरे हो चुके हैं। मोहन यादव ने 13 दिसंबर को शपथ ली थी और 13 सितंबर को इनके कार्यकाल के 9 महीने पूरे हो गए हैं। 'द सूत्र' ने मोहन सरकार के इस 9 महीने के कार्यकाल को गर्भकाल मानते हुए एक अभियान चलाया था।
इसमें प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकारों ने मोहन सरकार के 9 महीने के कार्यकाल का विश्लेषण किया था, जिसे thesootr.com पर प्रकाशित किया गया था।
द सूत्र के इस अभियान को लेकर कांग्रेस ने भी सवाल खड़े किए हैं। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने मोहन यादव को चुनावी वादे याद दिलाते हुए पूछा है कि सरकार का गर्भकाल समाप्त हो चुका है। प्रदेश सरकार जनता से किए गए वादे कब पूरा करेगी।
अब आपकी सरकार का ‘गर्भकाल’ समाप्त हो चुका है
पटवारी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि दुख की बात है कि चुनावी वादों में से एक भी अब तक पूरा नहीं हुआ है। जिस वचन पत्र पर जनता ने भरोसा करके आपकी पार्टी को चुनाव में बहुमत दिया था, उन गारंटियों का ज़मीनी स्तर पर कोई काम नहीं दिख रहा है।
नौ महीने की लंबी अवधि के बाद भी आपकी सरकार अपने किसी भी वादे को अब तक धरातल पर नहीं ला पाई है। अब आपकी सरकार का ‘गर्भकाल’ समाप्त हो चुका है।
इसलिए आपसे अपेक्षा है कि आपके द्वारा जनता से किए गए वादे पूरे होंगे। हम प्रदेश की जनता की उम्मीदों को पूरा करने के लिए आपकी ओर से एक ठोस कार्ययोजना और समयबद्ध कार्यान्वयन की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
पटवारी ने ये वादे दिलाए याद
- किसानों से ₹2700 प्रति क्विंटल गेहूं और ₹3100 प्रति क्विंटल के भाव पर धान की खरीद
- किसान कल्याण निधि और किसान सम्मान निधि के तहत प्रतिवर्ष ₹12,000
- मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत प्रत्येक बेघर को घर
- लाड़ली बहनों को पक्का मकान देना
- हर घर में से एक व्यक्ति को रोज़गार
- प्रदेश की 15 लाख महिलाओं को "लखपति दीदी" बनाएंगे
- उज्ज्वला और लाड़ली बहनों को 450 रुपए में सिलेंडर देंगे
- जनजातीय समुदाय के सशक्त बनाने ₹3 लाख करोड़ का पैकेज
- तेंदूपत्ता संग्रहण दर को ₹4,000 प्रति बोरा
- IIT और AIIMS की की तरह मध्य प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और मध्य प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज की स्थापना
- 20 हजार करोड़ की लागत से हाई-टेक अस्पतालों और अस्पतालों में पलंगों का विस्तार