मध्य प्रदेश सरकार ने राज्य के सात लाख से अधिक सरकारी कर्मचारियों के सेवा रिकॉर्ड को पूरी तरह से डिजिटल करने का निर्णय लिया है। इस पहल का उद्देश्य कर्मचारियों के रिकॉर्ड को एक जगह सुरक्षित और सुलभ बनाना है, जिससे पेंशन, प्रमोशन, वेतन, और ट्रांसफर से संबंधित जानकारी सिर्फ एक क्लिक पर उपलब्ध हो सकेगी। इस प्रक्रिया को इस साल के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
कर्मचारियों को मिलेगी सुविधा
इस डिजिटल सिस्टम से कर्मचारियों को पेंशन प्रक्रिया में दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। उनके पेंशन से जुड़ी जानकारी और दस्तावेज अपडेटेड फॉर्मेट में उपलब्ध होंगे। इसके अलावा, कर्मचारी अपने वेतन, भत्ते, एरियर, प्रमोशन और अन्य सुविधाओं की जानकारी भी ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
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प्रशासन को मिलेगी मॉनिटरिंग में मदद
सामान्य प्रशासन विभाग का यह पोर्टल कर्मचारियों के खिलाफ लगे चार्जेस और उनके खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी भी प्रदान करेगा। इससे विभाग को कर्मचारियों के नियुक्ति, ट्रांसफर, और प्रमोशन से संबंधित निर्णय लेने में मदद मिलेगी। विभागीय जांच की स्थिति की मॉनिटरिंग भी आसानी से की जा सकेगी।
जल्द मिलेगा पोर्टल पर रिकॉर्ड
सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय दुबे के अनुसार, एक महीने के भीतर इस पोर्टल पर सभी कर्मचारियों का सेवा रिकॉर्ड अपलोड कर दिया जाएगा। इस पोर्टल पर कर्मचारियों की नियुक्ति से लेकर उनके सेवानिवृत्त होने तक की पूरी जानकारी मौजूद होगी, जिससे कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्णय लेने में आसानी होगी।
संघ का समर्थन
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के महामंत्री उमाशंकर तिवारी ने इस कदम को स्वागत योग्य बताया है। उन्होंने कहा कि यदि ई-ऑफिस प्रक्रिया पूरी तरह से लागू हो जाती है, तो यह कर्मचारियों के लिए एक बड़ी सुविधा होगी, हालांकि इसके लिए ठोस प्रयास और इच्छाशक्ति की आवश्यकता है।
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