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वैसे तो निर्वाचन के काम को सर्वोच्च प्राथमिकता वाला माना जाता है। चुनाव से संबंधित काम के लिए सारे काम किनारे कर दिए जाते हैं, मगर प्रदेश में चुनाव की जिम्मेदारी संभालने वाला विभाग ही हद दर्जे की लापरवाही बरतने लग जाए तो क्या कहिएगा? राज्य निर्वाचन आयोग की ऐसी ही गंभीर लापरवाही उजागर हुई है। इसे सामने वाला कोई और नहीं राज्य निर्वाचन आयोग के डिप्टी सेक्रेटरी मुकुल गुप्ता हैं। यह बात और है कि फेसबुक पर दुनिया से अपनी और अपने परिवार की तिरुपति बालाजी यात्रा के मधुर संस्मरण साझा करते समय बात गलती से निकल गई।
चलिए पहले राज्य निर्वाचन आयोग के डिप्टी सेक्रेटरी मुकुल गुप्ता के पोस्ट पर एक नजर डालते हैं…
कभी-कभी शासकीय सेवा में ऐसे अवसर भी प्राप्त होते हैं जो शासकीय कार्य ही आपके लिए सौभाग्यशाली हो जाएं एवं जीवन भर के लिए यादगार हो जाएं। मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव (EVM) एवं प्रदेश की EVM के नोडल ऑफिसर की भूमिका निर्वहन के दौरान पुरानी नस्तियों के अवलोकन की आदत से मेरे द्वारा पाया गया कि कुल 1750 ईवीएम (1031 CU +719 BU) मशीन सुधारने के लिए मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के द्वारा ECIL के हैदराबाद स्थित प्लांट में वर्ष 2021 में भेजा गया था, जो अभी तक मरम्मत होकर आयोग को वापस प्राप्त नहीं हुई हैं। इसके साथ ही वर्ष 2016 से जो 77,000 डीएमएम निस्तारण के लिए ECIL के तिरुपति स्थित प्लांट में भेजे गए थे उसकी भी निस्तारण बाद फाइनल रिपोर्ट निर्धारित प्रारूप में अभी तक आयोग को प्राप्त नहीं हुई है। उपरोक्त स्थिति का संज्ञान मेरे द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग के सचिव अभिषेक सिंह सर को लाया गया। उनके द्वारा राज्य निर्वाचन आयोग के नवागंतुक अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव सर को इस संबंध में अवगत कराया गया। इस पर दोनों ही वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मुझे आयोग के अन्य अधिकारियों के साथ ECIL के हैदराबाद एवं तिरुपति स्थित प्लांट का तत्काल 20 जनवरी से 25 जनवरी तक निरीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
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बड़ा सवाल- दो- दो अध्यक्षों का कार्यकाल गुजरा किसी को याद नहीं आई
डिप्टी सेक्रेटरी मुकुल गुप्ता ने अपने परिवार के साथ बालाजी की यात्रा का सुखद वर्णन तो किया ही, मगर जाने- अनजाने राज्य निर्वाचन आयोग में चल रही गंभीर लापरवाही को भी सबके सामने उजागर कर दिया। 2016 से 1750 ईवीएम (1031 CU +719 BU) मशीन मरम्मत के लिए भेजी गई थीं, लेकिन किसी को सुध ही नहीं आई। इसी प्रकार 77,000 डीएमएम की रिपोर्ट को लेकर भी किसी ने ध्यान ही नहीं दिया।
शासकीय यात्रा और पारिवारिक उत्सव का अनूठा संगम
गुप्ता अपनी पोस्ट में लिखते हैं 22 जनवरी 2025 को मेरी वैवाहिक जीवन की 25वीं वर्षगांठ थी। मेरी पत्नी संगीता और बेटे मानस इस बात से उदास हो गए कि इस विशेष दिन पर मैं उनके साथ नहीं रह पाऊंगा। हालांकि, निर्वाचन के कार्य को प्राथमिकता देते हुए उन्होंने सुझाव दिया कि तिरुपति में भगवान वेंकटेश्वर बालाजी के दर्शन के साथ इस अवसर को यादगार बनाया जाए।
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अब हटा ली पोस्ट
हालांकि जब डिप्टी सेक्रेटरी मुकुल गुप्ता की इस पोस्ट के बारे में विरिष्ठ अधिकारियों को पता चला तो अपने ही विभाग की भद पिटवाने के चलते मुकुल गुप्ता को यह पोस्ट हटाना पड़ी। इधर मुकुल गुप्ता ने thesootr को बताया कि विभाग के निर्देश पर मैं ECIL के तिरुपति स्थित प्लांट पर गया था। DMM के बारे में डेटा का मिलान नहीं हो पा रहा है। वहीं जो EVM सुधार के लिए भिजवाई गई थीं, उनमें से आधी सही हो पाएंगी, बाकी खराब हो चुकी हैं। मैं जल्द ही इसकी विस्तृत रिपोर्ट विभाग को सौंपने वाला हूं।
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