एमपी में मानसून 19 तक, छिंदवाड़ा-बुरहानपुर समेत कई शहरों में आंधी-बारिश
प्रदेश में तय समय से 2-3 दिन के बाद ही मानसून की एंट्री की संभावना है। महाराष्ट्र समेत कई प्रदेशों में एंटर होने के बाद मानसून की दोनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की ब्रांच कमजोर हो गई है।
मध्यप्रदेश में प्री मानसून एक्टिविटी जारी है। शनिवार 15 जून को कई जिलों में मौसम बदल गया। छिंदवाड़ा के उमरानाला में आंधी के साथ तेज बारिश हुई। रायसेन, बुरहानपुर और धार में पानी गिरा। प्रदेश में तय समय से 2-3 दिन के बाद ही मानसून की एंट्री ( entry of monsoon) की संभावना है। महाराष्ट्र समेत कई प्रदेशों में एंटर होने के बाद मानसून की दोनों अरब सागर और बंगाल की खाड़ी की ब्रांच कमजोर हो गई है।
मानसून से पहले गरज-चमक की स्थिति
IMD, भोपाल की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन का कहना है कि 10 से 14 जून के बाद मानसून स्थिर है। इससे वह कमजोर हो गया है। इसलिए मध्यप्रदेश में इंतजार करना पड़ेगा। वर्तमान में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव है।
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दक्षिण हिस्से में बारिश और तेज हवा की स्थिति बनी हुई है। यहां हवा की गति भी अधिक है। उत्तर-पश्चिमी हिस्से में भी ऐसी स्थिति बन रही है। इसलिए मानसून आने के पहले आंधी, गरज-चमक और बारिश की स्थिति बनी रहेगी।
UP का प्रयागराज देश में सबसे गर्म, 46.9 डिग्री रहा तापमान
उत्तर प्रदेश का प्रयागराज शुक्रवार को सबसे गर्म रहा। IMD के मुताबिक, यहां का तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, UP, हरियाणा, दिल्ली और पूर्वी मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में टेम्परेचर 44-46 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
गुजरात में मानसून आधिकारिक तौर पर आ चुका है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय हो गया है। इसके चलते मौसम विभाग ने अगले 6 दिनों तक राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है। शुक्रवार को सूरत, बनासकांठा, गांधीनगर, अहमदाबाद, नवसारी, वलसाड समेत कई जिलों में गरज के साथ बारिश हुई।