मध्य प्रदेश के 29 लोकसभा संसदीय क्षेत्रों ( Lok Sabha parliamentary constituencies ) में मतगणना की तैयारी पूरी हो गई है। इसी बीच मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम राजन ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि सभी स्ट्रांग रूम ( strong room ) पूरी तरह सुरक्षित हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि चार जून यानी मंगलवार को प्रदेश के सभी 29 लोकसभा क्षेत्रों में मतगणना के लिए तैयारियां पूरी हैं।
सुबह से शुरू होगी मतगणना
बता दें, कि विधानसभावार नियुक्त ऑब्जर्वर की उपस्थिति में सुबह से पूरी पारदर्शिता के साथ मतगणना शुरु होगी। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने आगे कहा कि निर्वाचन आयोग के अधिकारियों और मैंने स्वयं कई स्ट्रांग रूमों का जायजा लिया है। सभी जगह स्ट्रांग रूम पूरी तरह सुरक्षित हैं और सेंट्रल फोर्स की निगरानी में हैं। हर जगह स्ट्रांग रूम के बाहर राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि बैठे हैं। वहां पर स्क्रीन लगाई गई हैं। इस स्क्रीन पर लगातार सीसीटीवी कैमरे से कवरेज प्राप्त होता रहेगा है।
निर्वाचन आयोग ने भेजे 116 ऑब्जर्वर
राज्य के 29 लोकसभा क्षेत्रों के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 116 ऑब्जर्वर भेजे जा रहे हैं, जो दूसरे राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी हैं। उनकी देखरेख में मतगणना का पूरा काम होगा। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने भोपाल के पुरानी केंद्रीय जेल स्थित मतगणना स्थल और स्ट्रांग रूम का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था और मतगणना की तैयारियों का जायजा लिया गया। इसके साथ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
हर दो विधानसभा क्षेत्र पर एक सेंट्रल ऑब्जर्वर
राज्य के 29 लोकसभा संसदीय क्षेत्र में 230 विधानसभा क्षेत्र हैं। इस तरह हर दो विधानसभा क्षेत्र पर एक केंद्रीय ऑब्जर्वर रहेगा। उन्होंने आगे बताया है कि मतगणना सुबह से शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्रों की गणना की जाएगी। उसके बाद ईवीएम से गिनती होगी। उसके बाद चक्रवार घोषणा की जाएगी। वहां मौजूद राजनीतिक दलों के एजेंट को हर राउंड में किस उम्मीदवार को कितने वोट मिले हैं, इसका विवरण दिया जाएगा।
मतगणना स्थल पर होगी जरूरी व्यवस्थाएं
इस दौरान भोपाल कलेक्टर और जिला निर्वाचन अधिकारी कौशलेंद्र विक्रम सिंह की ओर से मतगणना के लिए की गई तैयारियों के बारे में बताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा है कि तेज गर्मी को देखते हुए मतगणना स्थल पर सभी जरूरी व्यवस्थाएं और संसाधन उपलब्ध कराए जाए। ठंडा पानी, कूलर, पंखे, मेडिकल किट, एम्बुलेंस, अग्नि शामक यंत्र, फायर ब्रिगेड सहित सभी व्यवस्थाएं की जाए। जिससे वहां लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।