मध्य प्रदेश में मानसून ( Monsoon ) का सीजन खत्म होने वाला है। मौसम विभाग ने मंगलवार को प्रदेश के 17 जिलों में बूंदाबांदी की संभावना जताई है। विभाग के मुताबिक 5 अक्टूबर के बाद मानसून प्रदेश से विदा हो जाएगा। इसकी शुरुआत सबसे पहले प्रदेश के ग्वालियर-चंबल से होगी।
जानकारी के लिए बता दें कि 21 जून को मानसून ने प्रदेश में प्रवेश किया था। मानसून के आगमन के साथ ही प्रदेश में जोरदार बारिश शुरू हो गई थी। राज्य के सभी जिलों में औसत बारिश हुई है। कुछ जिलों में थोड़ी कम बारिश हुई है।
इन जिलों में बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान प्रदेश के 17 जिलों में हल्की बारिश हो सकती है। जिन जिलों में बारिश की संभावना है उनमें मंडला, सिवनी, बालाघाट, दमोह, सागर, रायसेन, सीहोर, शाजापुर, देवास, उज्जैन, इंदौर, खरगोन, बड़वानी, धार, रतलाम, झाबुआ और अलीराजपुर शामिल हैं। इन जिलों के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में तेज धूप खिली रहेगी।
यहां औसत से ज्यादा बरसे बादल
प्रदेश में सामान्य बारिश वाले पांच जगहों की बात करें तो राजधानी भोपाल का नाम सबसे पहले आता है। जहां औसत से 14 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। भोपाल का कोटा 37.65 इंच है, जबकि अब तक 51.94 इंच बारिश हो चुकी है। जबलपुर में औसत बारिश 44.49 इंच है, जबकि अब तक 45.35 इंच बारिश दर्ज की जा चुकी है। वहीं, ग्वालियर में 28.41 इंच बारिश होना चाहिए, जहां 17.09 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है।
हालांकि, इस मामले में इंदौर-उज्जैन पीछे हैं। इंदौर में औसत बारिश 34.18 इंच है, जबकि अब तक 33.48 इंच बारिश हो चुकी है। वहीं, उज्जैन में औसत बारिश 34.82 इंच है, जहां अब तक 32.77 इंच बारिश हो चुकी है।
मंडला में सबसे ज्यादा बारिश
बारिश के मामले में मंडला जिला पहले नंबर पर है। मंडला में अब तक 60.65 इंच बारिश हो चुकी है। इसी तरह सिवनी में 56.82, निवाड़ी 52.75, श्योपुर 52.09, राजगढ़ 52.07, सागर 51.73, आलीराजपुर 51.42, डिंडौरी 51.22, छिंदवाड़ा 50.81 और सीधी में 50.52 इंच पानी गिर चुका है। इन सभी जिलों में औसत से ज्यादा बारिश हुई है।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक