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MP NEWS: मध्य प्रदेश सरकार ने विवादित पुलिस अधिकारियों और लंबी अवधि से एक ही स्थान पर पदस्थ अधिकारियों के ट्रांसफर की योजना बनाई है। इस कदम का मकसद प्रशासन में नई ऊर्जा लाना और विवादों से बचने के लिए प्रशासनिक सुधारों को लागू करना है। पुलिस मुख्यालय इस संबंध में प्रस्ताव तैयार कर रहा है, जिसे गृह विभाग के माध्यम से सीएम मोहन यादव के पास भेजा जाएगा।
विवादित SP की हटेंगे
भिंड के पुलिस अधीक्षक, जो मीडिया के साथ दुर्व्यवहार को लेकर विवादों में घिरे हैं, को हटाए जाने की संभावना जताई जा रही है। इसके अलावा, नर्मदापुरम के पुलिस अधीक्षक गुरुकरण सिंह, जो तीन वर्ष से अधिक समय से एक ही स्थान पर पदस्थ हैं, और भोपाल में पदस्थ रियाज इकबाल, जिन्हें भी तीन वर्ष हो चुके हैं, उनके स्थानांतरण की संभावना है।
पदोन्नत अधिकारियों की नई पदस्थापना
कुछ डीआईजी पदोन्नत होकर आईजी बन चुके हैं, लेकिन उनकी पदस्थापना में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इन अधिकारियों को अब नई पदस्थापना दी जाएगी। इनमें शामिल हैं, डीआईजी से आईजी बने जगत सिंह राजपूत, जिनका रिटायरमेंट अगस्त 2025 में है। इसके अलावा, सचिन कुमार अतुलकर, डीआईजी छिंदवाड़ा, कुमार सौरभ, डीआईजी चंबल रेंज, और कृष्णावेनी देसावतु को भी आईजी पदोन्नति मिली है।
पदोन्नति से पहले और बाद की स्थिति
सरकार ने आईजी संतोष कुमार सिंह को पदोन्नत कर एडीजी बनाया था। वहीं चार डीआईजी को पदोन्नत कर आईजी और चार पुलिस अधीक्षकों को पदोन्नति देकर डीआईजी बनाया था। इस निर्णय ने पुलिस प्रशासन में एक नया बदलाव लाया है। इससे अधिकारियों को बेहतर कार्य प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया गया है।
नई पदस्थापना का इंतजार
कुछ पुलिस अधिकारी जो पदोन्नति के बाद भी अपनी नई पदस्थापना का इंतजार कर रहे हैं। उनमें शामिल हैं विजय कुमार खत्री, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रेडियो भोपाल, विनीत कुमार जैन, पुलिस अधीक्षक अशोक नगर, मनोज कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक धार, राकेश कुमार सिंह, सहायक पुलिस महानिरीक्षक एसआईएसएफ पुलिस मुख्यालय भोपाल। इन अधिकारियों को भी जल्द ही नई पदस्थापना दी जाएगी।