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रतलाम@अमीन हुसैन
मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में एक सरकारी स्कूल से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां शासकीय प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न भोजन योजना (midday meal scheme) के तहत बच्चों को दिए गए खाने में बड़ा बदलाव देखने को मिला। मंगलवार को बच्चों को खीर-पूरी (kheer-poori) के स्थान पर सेव परमल (sev perma) दिया गया, जो निर्धारित मेनू के अनुरूप नहीं था।
यह घटनाक्रम वायरल वीडियो के रूप में सामने आया, जिसने पूरे मामले को तूल दे दिया। इस पर जिला पंचायत सीईओ ने कार्रवाई करते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब मांगा है।
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वायरल वीडियो ने खड़ा किया हंगामा
रातों-रात वायरल हुआ वीडियो इस बात का गवाह है कि ग्राम पंचायत लालगुवाड़ी स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय (government primary school) में बच्चों को क्या दिया गया था। वीडियो में बच्चों की थालियों में खीर-पूरी के बजाय सेव और मुट्ठीभर परमल नजर आ रहे थे। कुछ बच्चों को तो अपनी हथेली में भी परमल के कुछ दाने पकड़ा दिए गए थे। इस घटना ने सोशल मीडिया पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
जारी किए नोटिस...
वीडियो वायरल होने के बाद, रतलाम जिला पंचायत के सीईओ (CEO) ने मामले को गंभीरता से लिया। साथ ही स्कूल प्रशासन एवं संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया। सीईओ ने इस पर तत्काल प्रतिक्रिया देते हुए तीन दिनों में स्पष्टीकरण मांगा है। साथ ही, उन्होंने स्कूल के प्रधानाध्यापक और संबंधित स्वयं सहायता समूह के अध्यक्ष तथा सचिव को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जवाब संतोषजनक नहीं मिलने पर कार्रवाई की चेतावनी भी दी गई है।
मध्याह्न भोजन योजना में लापरवाही, एक नजर में...
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सीईओ ने दिया कारण बताओ नोटिस
जिला पंचायत के सीईओ ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की है। उन्होंने सहायक कार्यक्रम समन्वयक विवेक नागर, विकासखण्ड अकादमिक समन्वयक भूपेंद्र सिंह सिसोदिया, और शा.प्रा. वि. लालगुवाड़ी की प्रधानाध्यापक श्रीमती विजया मैड़ा के अलावा समूह के अध्यक्ष और सचिव को भी तुरंत कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इन सभी से तीन दिनों के भीतर अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने को कहा गया है। यदि संतोषजनक उत्तर नहीं मिला, तो मध्य प्रदेश सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम 1965 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी, इस आशय की चेतावनी भी दी गई है।
छात्रों को क्यों नहीं मिली खीर-पूरी?
मध्य प्रदेश शासन (Madhya Pradesh government) के आदेशों के अनुसार, प्रत्येक मंगलवार को छात्रों को खीर-पूरी देना अनिवार्य है, लेकिन इस आदेश का उल्लंघन क्यों किया गया? यह सवाल अब बड़ी बहस का हिस्सा बन चुका है। शासकीय प्राथमिक विद्यालय लालगुवाड़ी में जब यह घटना हुई, तो यह सवाल उठना स्वाभाविक था कि क्या यह लापरवाही थी या जानबूझकर ऐसा किया गया?
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