उज्जैन में 14 जुलाई से 18 अगस्त तक निकलेगी महाकाल सवारी, बिजली कंपनी के ये हैं विशेष इंतजाम
कंपनी ने महाकाल मंदिर से रामघाट शिप्रा नदी होते हुए पुनः महाकाल मंदिर तक के संपूर्ण सवारी मार्ग पर 500 से अधिक विद्युत पोल पर फायबर शीट लगाने का काम शुरू किया है।
श्रावण महीने में उज्जैन में होने वाली महाकाल सवारी को लेकर मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (मप्रपक्षेविविकं) ने बिजली व्यवस्थाओं की तैयारी शुरू कर दी है। 14 जुलाई से 18 अगस्त तक चलने वाले इस आयोजन के लिए सवारी मार्ग पर बीते 7 दिनों से विद्युत आपूर्ति को सुरक्षित और निर्बाध बनाए रखने के लिए तकनीकी और सुरक्षा से जुड़ा कार्य किया जा रहा है।
महाकाल मंदिर से रामघाट तक विशेष सुरक्षा व्यवस्था
कंपनी ने महाकाल मंदिर से रामघाट शिप्रा नदी होते हुए पुनः महाकाल मंदिर तक के संपूर्ण सवारी मार्ग पर 500 से अधिक विद्युत पोल पर फायबर शीट लगाने का काम शुरू किया है। ये शीट विशेष रूप से लोहे के पोल पर करंट लगने की संभावना को रोकने के लिए लगाए जा रहे हैं, जिससे बारिश के मौसम में भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
बिजली कंपनी ने पूरी की अपनी तैयारी
सबस्टेशन और फीडरों का हुआ मेंटेनेंस
विद्युत कंपनी द्वारा महाकाल सवारी मार्ग को बिजली व्यवस्थित रूप से मिले, इसके लिए महाकाल मंदिर, नगरकोट, दूधतलाई और कार्तिक मेला स्थित 33/11 केवी सबस्टेशनों का रखरखाव (मेंटेनेंस) किया गया है। साथ ही 11 केवी लाइन के सात फीडरों पर जरूरी सुधार कार्य भी किए गए हैं।
18 ट्रांसफार्मरों पर किया गया मेंटेनेंस
सवारी मार्ग पर स्थित 18 वितरण ट्रांसफार्मरों पर भी सुरक्षा और मेंटेनेंस से जुड़े कार्य पूरे किए गए हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में बिजली आपूर्ति बाधित न हो।
बिजली कंपनी ने इस तरह से लगाई शीट
80 कर्मचारियों और 10 इंजीनियरों की ड्यूटी
मप्रपक्षेविविकं के प्रबंध निदेशक अनूप कुमार सिंह के निर्देशानुसार, उज्जैन अधीक्षण यंत्री पीएस चौहान के नेतृत्व में बिजली व्यवस्था के लिए 10 अनुभवी इंजीनियरों सहित 80 कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है, जो पूरे श्रावण उत्सव के दौरान बिजली आपूर्ति की निगरानी करेंगे।