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BHOPAL. क्या आप जानते हैं कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का मध्यप्रदेश के जबलपुर से खास रिश्ता है। जी हां, उनकी चचेरी बहन सुमेधा पोल संस्कारधानी में रहती हैं। उनका विवाह जबलपुर के स्तंभकार व लेखक डॉ.प्रशांत पोल से हुआ है। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़े डॉ.प्रशांत भी अपने साले यानी देवेंद्र फडणवीस के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने मुंबई पहुंचे थे।
वहीं, डॉ. प्रशांत की बेटी और देवेंद्र फडणवीस की भांजी निहारिका ने अपने मामा के दिन को और खास बनाने के लिए एक विशेष आलेख लिखा है। यह महाराष्ट्र के हिन्दी अखबारों में मराठी भाषा में ही प्रकाशित हुआ है। 'द सूत्र' अपने पाठकों के लिए उस आलेख का हिन्दी वर्जन लेकर आया है।
पढ़िए... क्या लिखा निहारिका ने...
मैंने देवेंद्र फडणवीस जी को बेहद करीब से देखा है। तमाम चुनौतियों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद उनके चेहरे की मुस्कान कभी नहीं मिटती। सच्चाई और मेहनत के बल पर उन्होंने हमेशा अपने लिए नया रास्ता बनाया है। महाराष्ट्र में सत्ता वापस लाना और अब मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार होना, यह सब उनसे सीखने योग्य है। कभी-कभी लगता है कि हमारी जिंदगी की समस्याएं बहुत बड़ी हैं, लेकिन उन्हें देखकर लगता है कि जो कांटों भरा ताज उन्होंने पहना है, उसे संभालना सबसे मुश्किल काम है।
भांजी ने अपनी शादी का किया जिक्र
2017 में जब मेरी शादी तय हुई तो मैंने सबसे पहले जिन दो-तीन लोगों को यह बात बताई, उनमें देवेंद्र मामा भी थे। उनकी प्रतिक्रिया तुरंत आई और अगले दिन उनका फोन भी आया। उन्होंने कहा, सगाई 9 या 10 दिसंबर को रखो, ताकि मैं आ सकूं। यह सुनकर हमने तुरंत तारीख तय कर ली। देवेंद्र मामा अपने वादे के मुताबिक 9 दिसंबर को मामी के साथ आए और हमें आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारियों के बावजूद परिवार के लिए समय निकालना आसान नहीं होता, लेकिन उन्होंने न केवल मेरी सगाई में हिस्सा लिया, बल्कि अप्रैल में मेरे भाई की सगाई के लिए मुंबई भी आए। दिसंबर 2018 में जब हमारी शादी जबलपुर में हुई तो मामा ने पूरे ढाई दिन हमारे साथ बिताए। यह हमारे लिए बेहद खास था।
देवेंद्र मामा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे परिवार के हर सुख-दुख में हमेशा साथ होते हैं। चाहे वह घर की पूजा हो, शादी हो, सगाई हो या कोई भी पारिवारिक अवसर हो। मामा अपनी व्यस्तता के बावजूद हमेशा हमारे साथ खड़े रहते हैं।
मेरे पिता प्रशांत पोल और देवेंद्र मामा का रिश्ता भी खास है। मामा जब राजनीति के शुरुआती दौर में जर्मनी गए थे, तब मेरे पिता भी किसी कॉन्फ्रेंस के लिए वहीं थे। दोनों ने साथ में "बैचलर्स डे" जैसा आनंद लिया।
देवेंद्र फडणवीस का व्यक्तित्व न केवल सुसंस्कृत है, बल्कि परिवार के प्रति उनका लगाव भी गहरा है। वे जिस तरह अपने परिवार की चिंता करते हैं, उसी तरह वे महाराष्ट्र के लोगों की भलाई के लिए भी समर्पित रहते हैं। हमारे लिए मामा का मतलब केवल एक रिश्तेदार नहीं, बल्कि स्नेह, प्रेम और प्रेरणा का स्रोत हैं। दुनिया के लिए वे एक प्रखर नेता हो सकते हैं, लेकिन हमारे लिए वे आज भी हमारे प्यारे "लाड़ले मामा" हैं और हमेशा रहेंगे!
भांजी की शादी में आए थे जबलपुर
गौरतलब है कि देवेंद्र फडणवीस अपने पहले कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहते जबलपुर आए थे। वे निहारिका की शादी में शामिल हुए और वर-वधु को शुभाशीर्वाद दिया था। देवेंद्र की अपनी चचेरी बहन सुमेधा और जीजाजी डॉ.प्रशांत पोल से अच्छी ट्यूनिंग है। अब जब फडणवीस ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली तो डॉ.प्रशांत पोल का परिवार भी इस समारोह में शामिल हुआ।
फडणवीस के व्यक्तित्व पर आलेख
'द सूत्र' से विशेष बातचीत में डॉ. प्रशांत पोल ने कहा, हमारे लिए यह गर्व की बात है कि देवेंद्र जी तीसरी बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने हैं। उनका सौम्य और सरल स्वभाव अद्भुत है। मेरी उनसे अच्छी बनती है। वे कुशल राजनेता होने के साथ उम्दा व्यक्तित्व के धनी हैं। हमारे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है। गौरतलब है कि डॉ.पोल ने देवेंद्र फडणवीस के व्यक्तित्व पर आलेख भी लिखे हैं।
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