दिग्विजय सिंह का काफिला रोकने वाली ममता अब राजा के साथ

बीजेपी से बगावत कर 'आप' का दामन थामने वाली पूर्व विधायक ममता मीणा की राघोगढ़ किले से पुरानी राजनीतिक अदावत रही है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को भी विधानसभा चुनाव में पटकनी दी थी। 

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Jitendra Shrivastava
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अरविंद शर्मा, BHOPAL. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपना गढ़ बचाने के लिए 33 साल बाद एक बार फिर चुनाव मैदान में है। तीन दशक पहले तक राजगढ़ क्षेत्र में किले की तूती बोलती थी, लेकिन पिछले एक दशक से किले की दीवारें कमजोर होती नजर आ रही हैं। पूर्व सीएम ने लोकसभा चुनाव में भाजपा को शिकस्त देने के लिए बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसको लेकर वह राजनीतिक धुरविरोधियों को साधने में भी लगे हैं। 

ममता की किले से पुरानी राजनीतिक अदावत रही है

दिग्गी का काफिला रोककर दो घंटे तक हंगामा करने वाली पूर्व विधायक ममता मीणा आज उनका साथ देने की बात कह रही हैं। साथ ही आगामी दिनों में वह दिग्गी के साथ मंच भी साझा करेंगी। उधर पूर्व मुख्यमंत्री ने ममता मीणा के पति व पूर्व आईपीएस रघुवीर मीणा को चुनाव में साथ देने को लेकर मोबाइल पर भी चर्चा की है। भाजपा से बगावत कर आम आदमी पार्टी का दामन थामने वाली पूर्व विधायक ममता मीणा की राघोगढ़ किले से पुरानी राजनीतिक अदावत रही है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भाई लक्ष्मण सिंह को भी विधानसभा चुनाव में पटकनी दी थी। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक के पति से संपर्क भी साधा है

इतना ही नहीं भाजपा में रहते हुए हुए राघोगढ़ में किले के खिलाफ कई बार हुंकार भरी है। साथ ही एक बार राघोगढ़ में ममता समर्थकों ने जयवर्धन सिंह के समर्थकों पर पथराव भी किया था। दोनों पक्षों के बीच हुए पथराव के बाद पुलिस ने मोर्चा संभाला था, लेकिन आज यह दोनों धुरविरोधी एक दूसरे का साथ देने की बात कह रहे है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक के पति से संपर्क भी साधा है। वहीं पूर्व विधायक ममता मीणा का कहना है कि आम आदमी और इंडिया गठबंधन है। जिस वजह से वह राजगढ़ लोकसभा प्रत्याशी का साथ दे रही हैं। 

ममता के हंगामे के समय दो घंटे गाड़ी में बैठे रहे दिग्गी

बात पिछले विधानसभा चुनाव की है। चुनाव की वोटिंग के दिन पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह राघोगढ़ वोट डालने के लिए जा रहे थे। वह भोपाल से कार से राघोगढ़ के लिए रवाना हुए थे। इसी बीच रास्ते में उन्हें मधुसूदनगढ़ के पास कुछ समर्थक खड़े मिल गए। दिग्विजय सिंह उनसे बात करने लगे। इसी बीच पूर्व विधायक और उनके समर्थक वहां पहुंच गए। इस दौरान ममता मीणा ने जमकर हंगामा कर काफिला रोक दिया। साथ ही बीनागंज और चांचौड़ा का चुनाव प्रभावित करने का आरोप दिग्विजय सिंह के ऊपर लगया। लेकिन काफिला रुकने के बाद दिग्विजय सिंह एक पुस्तक हाथ में लेकर कार के भीतर उसे पड़ते रहे। शाम पांच बजने के बाद उनका काफिला आगे बढ़ सका। 

हम इंडिया गठबंधन के साथ

आम आदमी पार्टी से चुनाव लड़ी पूर्व विधायक ममता मीणा ने कहा कि राजगढ़ लोकसभा सीट के कांग्रेस उम्मीदवार इंडिया गठबंधन के सदस्य है। उनका पार्टी और वह समर्थन करेंगी। आप का कोई भी उम्मीदवार नहीं लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई किसी का दुश्मन नहीं होता है। साहब से उनकी चर्चा हुई है। 

कभी सिपहसालार रहे, आज कर रहे विरोध

पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के सिपहसालार रहे पूर्व विधायक स्वर्गीय मूल सिंह दादाभाई के बेटे हीरेंद्र सिंह बंटी ने पिछले चुनाव में राघोगढ़ किले के सामने ताल ठोक दी थी। इस बार भी वह भाजपा के साथ मिलकर दिग्विजय सिंह के खिलाफ चुनाव प्रचार करते दिखाई देंगे।

दिग्विजय सिंह