भोपाल में ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा होने के बाद जिला प्रशासन ने इंदौर जिले की सभी फैक्ट्री की जांच के लिए दस दल बना दिए हैं, जिसमें एसडीएम के साथ ही औषधि प्रशासन और जिला उद्योग केंद्र के अधिकारी भी शामिल किए गए हैं। इसके साथ ही जांच शुरू हो गई है और इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
मिली अफीम और मार्फिन
गुरुवार को गई फैक्ट्री की जांच के दौरान एक दवा फैक्ट्री से 52 किलो अफीम और 2.5 किलो मार्फिन का डेड स्टॉक मिला है। बाजार में इसकी कीमत सवा करोड़ रुपए से ज्यादा की बताई गई है। मल्हारगंज एसडीएम निधि वर्मा द्वारा पोलोग्राउंड पर साइनो फार्मा प्रालि में यह जांच की गई थी। दल में तहसीलदार ओंकार मनाग्रे, ड्रग इंस्पैक्टर राजेश जीनवाल और टीआ सियाराम गुर्जर थे। स्टॉक रजिस्टर से मिलान के बाद यह अफीम और मार्फिन की जानकारी सामने आई।
कलेक्टर बोले नष्ट करेंगे
कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि दवा और केमिकल फैक्ट्री की विशेषकर जांच की जा रही है और इसमें सभी विभागों के अधिकारी शामिल हैं। एक फैक्ट्री में जो अफीम और मार्फिन मिला है इसे नियमानुसार नष्ट कराया जा रहा है।
फैक्ट्री की जांच के लिए निकले हैं दल
कलेक्टर सिंह के निर्देश पर नशे में दुरुपयोग की संभावना वाली औषधियों एवं सिंथेटिक ड्रग्स की रोकथाम के लिए इंडस्ट्रियल इकाइयों के निरीक्षण दल गठित किए गए हैं। राऊ स्थित इंडस्ट्रियल एरिया क्षेत्र में सामकेम, ब्रिटिश रेमेडीज, तोतला हर्बल रेमेडीज, विनप्रो हर्बल आर्गेनाइजेशन, सिंडीकेट हर्बल, मेसर्स हर्ष हेल्थकेयर, मेसर्स राजशाही फूड प्रोडक्ट, मेसर्स मिशीरा पॉलिकेम, मेसर्स ग्लिस्टर फार्मा, मेसर्स इकोसेव सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संबंधित इंडस्ट्री के प्रबंधकों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। एसडीएम विनोद राठौर द्वारा दल सहित इनका निरीक्षण किया गया। इसी तरह अन्य एसडीएम द्वारा निरीक्षण किया जा रहा है।
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