Ashwini Shukla Allegations Against Usha Thakur Brother
संजय गुप्ता, INDORE. नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की विधानसभा (इंदौर-1) में नगर निगम की रिमूवल कार्रवाई रोकने के लिए धमकी देने पर महू विधायक उषा ठाकुर घिरती जा रही हैं। अब इस मामले में MIC सदस्य और वार्ड-14 के पार्षद अश्विनी शुक्ला ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि ये मारवाड़ी अग्रवाल नगर कॉलोनी दीदी (उषा ठाकुर) के भाई राकेश उर्फ जंबू ठाकुर ने काटी थी, इसलिए भाई के मोहवश दीदी इस कार्रवाई को रुकवाने मौके पर पहुंची थीं।
ये बोले शुक्ला
शुक्ला ने कहा कि अवैध कॉलोनियों पर कार्रवाई सीएम के निर्देश पर ही निगम कर रहा है। मैंने उन सर्वे नंबर को और उस पर हुई रजिस्ट्री को देखा है, इसमें ठाकुर के हस्ताक्षर हैं। उनके द्वारा पहले भी केदार नगर नाम से अवैध कॉलोनी काटी गई है। दीदी को उनका पक्ष नहीं लेना चाहिए। अवैध कॉलोनीनाइजर किसी का भाई, रिश्तेदार नहीं होता है, वो आदतन अपराधी होता है। नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की मंशा यही है कि अब इंदौर में कोई अवैध कॉलोनी नहीं कटे।
फिर दस्तावेज निगम में लाने थे
शुक्ला ने पुरानी कॉलोनी होने पर कहा कि 3 दिन पहले रिमूवल नोटिस लगाए थे, यदि उनके पास दस्तावेज थे तो लाना चाहिए था। कॉलोनी पूरी तरह से अवैध है और वहां सस्ते के लालच में गरीब लोग फंस जाते हैं। मुख्य तौर पर कॉलोनीनाइजर और बिल्डर मिलकर खेल कर रहे हैं और गरीबों को प्लॉट और मकान बनाकर बेच रहे हैं।
ये हुआ था विवाद
शनिवार को निगम की रिमूवल टीम मारवाड़ी अग्रवाल नगर पहुंची थी, तब उषा ठाकुर मौके पर पहुंचीं और रिमूवल अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाते हुए कार्रवाई रुकवा दी। इसके साथ ही कहा कि इस पूरे मामले को सीएम को बताया जाएगा। ये कार्रवाई गलत है, जो कॉलोनी इतनी पुरानी है, पंचायत से नक्शे पास हैं, उस पर कार्रवाई कैसे हो सकती है। वहीं इस मामले में निगम ने एरोड्रम थाने में उषा के समर्थक नितेश जैन, यानिक मालवीय, शीतलेश्वर गृह निर्माण सहकारी संस्था और अन्य साथियों पर केस दर्ज करा दिया था।
इस विधानसभा में क्यों आईं उषा ठाकुर ?
उषा ठाकुर मूल रूप से इंदौर विधासनभा एक की रहवासी हैं। वे साल 2003 में यहां से विधायक रह चुकी हैं। उन्हीं के समय पर इस कॉलोनी में बिजली के खंबे और अन्य सुविधाएं शुरू हुई थीं।
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कैलाश और उषा की नहीं बैठती है पटरी
कैलाश विजयवर्गीय और उषा ठाकुर की राजनीतिक पटरी मेल नहीं खाती है। दरअसल, साल 2013 में ठाकुर इंदौर विधानसभा-3 से विधायक बनीं। वे साल 2018 में भी यहीं से टिकट चाहती थीं, लेकिन कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश को यहां से टिकट मिला और उन्हें पार्टी ने महू भेज दिया। इसके चलते उन्होंने खुलकर आरोप लगाए थे कि पुत्र के चलते उन्हें महू में भिजवाया गया। हालांकि वे महू से 2018 में जीतीं और मंत्री बनीं। फिर 2023 में भी रिकॉर्ड वोट से जीतीं, हालांकि इस बार उन्हें मंत्री नहीं बनाया गया।
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