मंत्रियों को अब पुराने ओएसडी से बनानी होगी दूरी, स्टाफ में होगी नए लोगों की भर्ती
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने इसे लेकर निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि पुराने स्टाफ के स्थान पर मंत्री नए ओएसडी और पीए बनाएं। सीएम के निर्देश पर अमल करते हुए सीएमओ ने प्लान बना लिया है।
BHOPAL. मध्य प्रदेश में मंत्री अपने पुराने ओएसडी यानी Officer on Special Duty नहीं रख पाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री कार्यालय यानी सीएमओ ने फुल प्रूफ प्लान बना लिया है। पहले से मंत्रियों के साथ काम कर रहे ओएसडी अब बदले जाएंगे।
मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने इसे लेकर निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा था कि पुराने स्टाफ के स्थान पर मंत्री नए ओएसडी और पीए बनाएं। सीएम के निर्देश पर अमल करते हुए सीएमओ ने प्लान बना लिया है। दरअसल, अभी मध्य प्रदेश में 31 मंत्री हैं। ज्यादातर माननीयों ने अपने यहां पुराने ओएसडी के साथ विशेष और निज सहायकों की तैनाती कर रखी है। सीएम ने इन्हें बदलने के निर्देश दिए हैं।
पुराने स्टाफ पर सीएम जता चुके नाराजगी
मध्य प्रदेश के 21 मंत्रियों के यहां 34 से ज्यादा लोग बिना आदेश के उनके ओएसडी, पीए या विशेष अथवा निज सहायक के रूप में काम कर रहे हैं। मंत्रियों ने इन 34 लोगों की तैनाती टीम में कर रखी है। सीएम तक जब मामला पहुंचा तो उन्होंने इसे लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए नए स्टाफ की नियुक्ति के निर्देश दिए हैं।
हटाने के आदेश हो चुके, फिर भी काम कर रहे
नए ओएसडी रखने के पीछे सरकार की मंशा यही है कि नए लोग, नए विचारों और इनोवेशन के साथ काम करेंगे। इससे पारदर्शिता भी बढ़ेगी। अभी तो स्थिति ऐसी है कि चार मंत्रियों के यहां सात अधिकारियों का स्टाफ ऐसा है कि इन्हें हटाने तक के आदेश पहले जारी हो चुके हैं, लेकिन ये मंत्री जी के यहां अपनी सेवाएं दे रहे हैं।
ये तीन पैरामीटर्स होंगे नई नियुक्ति के लिए
1. सबसे पहले उन्हें प्राथमिकता मिलेगी, जो कभी किसी मंत्री के यहां पदस्थ नहीं रहे। यदि ऐसे लोगों के नाम मंत्री देते हैं तो उनकी नियुक्ति तत्काल हो जाएगी। 2. पहले किसी और मंत्री के यहां थे, अब वो मंत्री नहीं हैं या फिर पहले किसी मंत्री के साथ पदस्थ रहे हैं तो उनकी नियुक्ति दूसरे मंत्री के स्टाफ में हो सकेगी। 3. जो पहले मंत्री के साथ रह चुके हैं, मंत्री उन्हें फिर से अपने यहां नहीं रख सकेंगे।