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भिंड जिले के लहार विधानसभा क्षेत्र में गुरुवार को एक बेहद दिलचस्प और हैरान कर देने वाली घटना घटी, जिसमें विधायक अंबरीश शर्मा ने बदमाशों के खिलाफ बहादुरी का परिचय दिया। यह घटना तब सामने आई, जब भिंड निवासी युवराज सिंह राजावत के साथ बदमाशों ने गाड़ी रुकवाकर मारपीट शुरू कर दी थी। इस बीच, लहार विधायक के हस्तक्षेप ने स्थिति को पलट दिया और बदमाशों को भागने पर मजबूर कर दिया।
क्या हुआ था
गुरुवार दोपहर को युवराज सिंह राजावत नामक युवक अपनी गाड़ी से परिजनों के साथ भिंड जा रहा था। तभी रावतपुरा सानी मोड़ पर एक कार ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रुकवाया। गाड़ी रुकते ही, नकाबपोश युवकों का एक समूह उतरा और हाथों में लाठी-डंडे लेकर युवराज को गाड़ी से बाहर खींच लिया। बदमाशों ने युवराज से गाली-गलौच की और जब उसने विरोध किया, तो वह मारपीट करने लगे। इस दौरान मौके पर मौजूद लोग इकट्ठा हो गए, जो इस घटनाक्रम को देखकर हैरान रह गए।
विधायक ने तानी बंदूक
इसी दौरान, लहार विधायक अंबरीश शर्मा का काफिला वहां से गुजर रहा था। उन्होंने सड़क पर हो रही इस गुंडागर्दी को देखा और तुरंत अपनी गाड़ी रुकवाकर ड्राइवर से गाड़ी रोकने के लिए कहा। विधायक शर्मा गाड़ी से बाहर निकले और उन्होंने बदमाशों को ललकारते हुए उन्हें कड़ा संदेश दिया। इसके बाद, विधायक ने अपनी बंदूक निकाल ली और बदमाशों से मुंह मोड़ने के लिए कहा। बदमाशों ने विधायक के हाथ में बंदूक देखी और घबराकर अपनी कार में बैठकर मौके से भाग निकले।
लेन-देन का था विवाद
युवराज ने बताया कि उसने शिवम दुबे, सत्यम गोस्वामी, राहुल शर्मा, हर्ष शर्मा और विश्ववेंद्र राजावत से 30 लाख रुपए उधार लिए थे, जिन्हें उसने शेयर मार्केट में निवेश किया। हालांकि, उसने अप्रैल से नवंबर 2024 तक 42 लाख रुपए चुकता कर दिए थे, लेकिन बदमाशों का कहना था कि युवराज पर 80 लाख रुपए का बकाया है। इसके बाद, उसने इन आरोपियों पर फर्जी आरोप लगाने और उसे परेशान करने का आरोप लगाया। युवराज ने बताया कि आरोपी जनवरी 2025 में उसे जबरन गाड़ी में बैठाकर लेकर गए थे और पूरे सफर में मारपीट करते रहे थे।
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'हम क्षेत्र में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे'
आरोप है कि युवराज ने इस मामले की शिकायत एसपी ऑफिस में की थी, लेकिन थाना प्रभारी ने आवेदन लेने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की थी। पुलिस द्वारा कार्रवाई न किए जाने के बाद, विधायक अंबरीश शर्मा ने मामले को गंभीरता से लिया और कहा कि "हम क्षेत्र में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अगर किसी को धमकाया जाए या डराया जाए, तो उसे पुलिस की मदद लेनी चाहिए और जरूरत पड़ी तो हम खुद मदद करने के लिए तैयार हैं।"
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