MP News : मध्य प्रदेश में मेडिकल रिपोर्ट्स को लेकर बड़े बदलाव किए गए हैं, जो क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम को तेज और पारदर्शी बनाने में मदद करेंगे। खासकर, अब एमएलसी (मेडिको लीगल केस) रिपोर्ट के कारण पुलिस जांच में कोई देरी नहीं होगी। प्रदेश में पुलिस, अस्पताल, अभियोजन, कोर्ट और जेल को एक प्लेटफॉर्म पर जोड़ दिया गया है, ताकि सभी एजेंसियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान और ज्यादा तेज़ी से हो सके।
इस नई व्यवस्था से सबसे बड़ा बदलाव एमएलसी प्रक्रिया में हुआ है। अब 'मेडलएप' नामक सॉफ्टवेयर के माध्यम से मेडिकल रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर सीधे थाने पहुंच जाएगी, जिससे रिपोर्ट के लिए हफ्तों इंतजार नहीं करना पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप मामलों की जांच में तेजी आएगी और न्यायालय में भी मामलों के निपटारे की गति बढ़ेगी। गृह विभाग ने सभी कलेक्टर और एसपी को इस नए सिस्टम को लागू करने के निर्देश दिए हैं।
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नया सिस्टम- कैसे काम करेगा?
भोपाल पुलिस मुख्यालय की पहल पर यह नया सिस्टम पूरी राज्य में लागू किया गया है। इस सिस्टम के तहत, पुलिस जब किसी घायल या पीड़ित व्यक्ति को अस्पताल लेकर जाएगी, तो डॉक्टर वहीं से ऑनलाइन एमएलसी फॉर्म भरकर रिपोर्ट थाने को भेज देंगे। इसके साथ ही कोर्ट समन भी अब ई-फॉर्म के जरिए जारी किए जाएंगे और पुलिस उन्हें इलेक्ट्रॉनिकली तामील कराएगी। इस प्रक्रिया को सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बाद लागू किया गया है, ताकि कानूनी प्रक्रिया में कोई अड़चन न आए।
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एमएलसी रिपोर्ट अब सीसीटीएनएस (क्रिमिनल कोर्ट ट्रैकिंग नेटवर्क सिस्टम) नंबर से लिंक होगी, जिससे जांच और ट्रायल के दौरान कोई तकनीकी समस्या नहीं होगी। इस नए सिस्टम के लागू होने से यह सुनिश्चित होगा कि रिपोर्ट समय पर पहुंचे और किसी भी प्रकार की देरी न हो।
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क्या-क्या बदलेगा इस सिस्टम के लागू होने से?
- रिपोर्ट 24 घंटे में थाने पहुंचेगी- अब केस में देरी नहीं होगी, क्योंकि मेडिकल रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर थाने तक पहुँच जाएगी।
- समन और एमएलसी डिजिटल होंगे - सभी समन और एमएलसी अब डिजिटल रूप में होंगे, जिससे प्रक्रिया अधिक तेज़ और पारदर्शी होगी।
- सभी एजेंसियां एक क्लिक पर उपलब्ध होंगी- यह सिस्टम सभी एजेंसियों को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर एक क्लिक पर उपलब्ध कराएगा।
- सीसीटीएनएस से ट्रैकिंग होगी आसान- एमएलसी रिपोर्ट्स को सीसीटीएनएस से लिंक किया जाएगा, जिससे इनकी ट्रैकिंग और फॉलो-अप की प्रक्रिया और सरल होगी।
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MLC को लेकर पहले हुए विवाद
नई व्यवस्था को लागू करने से पहले एमएलसी रिपोर्ट्स को लेकर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में विवाद हुए थे। ये विवाद पुलिस और डॉक्टरों के बीच हुए थे, जिससे कई बार जांच में देरी हो गई।
- शहडोल (मई 2024)- डॉ. कौशलेंद्र द्विवेदी ने एएसआई पर थाने में मारपीट का आरोप लगाया था।
- बुरहानपुर (अप्रैल 2024)- शाहपुर थाने में एमएलसी को लेकर डॉ. सिंह और पुलिसकर्मी के बीच विवाद हुआ, जिसके बाद डॉक्टर को निलंबित कर दिया गया।
- ग्वालियर (फरवरी 2024) - पुलिसकर्मी ने जूनियर डॉक्टर को थप्पड़ मारा था।
- इंदौर (मार्च 2024)- डॉ. सिंह का पुलिसकर्मी से विवाद हुआ, जिसका वीडियो वायरल हो गया।