मध्य प्रदेश में नक्सलियों के बढ़ रहे नेटवर्क को देखते हुए सीएम मोहन यादव ने केंद्र से दो सीआरपीएफ बटालियन की मांग की है। मध्य प्रदेश सरकार ने प्रदेश में नक्सल गतिविधियों को लेकर खुफिया विभाग से मिले सूचना के बाद ही केंद्र से सीआरपीएफ की 2 बटालियन मांगी।
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कहां होगी CRPF तैनात
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश सरकार द्वारा मांगी गई CRPF की दोनों बटालियन प्रदेश के नक्सल प्रभावित एरिया क्रमशः बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिले में तैनात की जाएंगी। गौरतलब है मोहन सरकार ने प्रदेश में नक्सल गतिविधियों को देखते हुए CRPF की बटालियन के साथ घोर नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट, मंडला और डिंडौरी जिलों में 220 नई सड़क निर्माण की भी मांग की है।
नए कैडर हो रहे तैयार
खुफिया विभाग से मिली सूचना की मानें तो मध्य प्रदेश के नक्सल प्रभावित जिले बालाघाट, मंडला, डिंडौरी में नक्सलियों के नए कैडर तैयार हो रहे हैं। मध्य प्रदेश ATS के इंटेल के मुताबिक नक्सली मध्य प्रदेश में दलम-2 के नाम से कैडर तैयार करने में जुटा हुआ है।
क्या है सीआरपीएफ बटालियन
सीआरपीएफ (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की बटालियन एक सैन्य इकाई होती है, जो देश की आंतरिक सुरक्षा, कानून व्यवस्था बनाए रखने और आतंकवाद से निपटने में अहम भूमिका निभाती है। सीआरपीएफ की हर बटालियन में लगभग 1,000 जवान होते हैं और इसे अलग-अलग ऑपरेशनों और स्थानों पर तैनात किया जाता है।
दो सीआरपीएफ बटालियन
दो सीआरपीएफ बटालियन का मतलब है कि सीआरपीएफ के 2 अलग-अलग समूह (हर एक में करीब 1,000 जवान) को किसी विशेष जगह पर या ऑपरेशन में तैनात किया गया है। इसका उपयोग आम तौर पर तब किया जाता है जब किसी क्षेत्र में बड़ी संख्या में बल की जरूरत हो, जैसे कि चुनावों के दौरान, दंगों को काबू करने, या उग्रवाद और आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बनाए रखने के लिए।
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