BHOPAL.मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव की सरकार का एक साल पूरा हो गया है। 13 दिसंबर 2023 को मोहन यादव मोदी के मन'मोहन बने थे। इन 365 दिनों में मोहन ने अपनी नई लकीर खींची है। बात चाहे उनके बयानों की हो, भाषणों की हो या फैसलों की... वे हार्ड हिन्दुत्व की राह पर आगे बढ़ रहे हैं।
मोहन यादव ने मुख्यमंत्री पथ की शपथ लेने वाले दिन ही अपनी मंशा मानो जाहिर कर दी थी। उन्होंने लाउड स्पीकर और खुले में मांस विक्रय पर पाबंदी लगाकर बड़ा मैसेज दिया था। उसके बाद शुरू हुआ उनका धार्मिक एवं आध्यात्मिक सफर लगातार जारी है। अगस्त 2024 में जब उन्होंने कहा था कि भारत में रहना है तो राम और कृष्ण की जय बोलना होगा... तब उनकी तुलना यूपी के फायरब्रांड मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की गई थी। फिर जिस तरह प्रदेश में अपराध करने वालों पर कार्रवाईयां की गई, उससे यह फैक्ट और पुख्ता हो गया। पुलिस ने अपराधियों के एनकाउंटर भी किए। गोमांस का गोरखधंधा करने वालों के घरों पर बुलडोजर चलाए गए। कुल मिलाकर मोहन ने हार्ड हिन्दुत्व की लाइन बढ़ाई है।
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सबसे पहला और बड़ा फैसला
सीएम डॉ.मोहन यादव ने शपथ लेने के चंद घंटों बाद ही प्रदेश में लाउड स्पीकर और खुले में मांस बेचे जाने पर पाबंदी लगाई। फिर उन्होंने चित्रकूट में बैठक कर राम वनगमन पथ के काम प्राथमिकता के साथ करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में मोहन ने पूरे प्रदेश में श्रीकृष्ण पाथेय के बनाने का ऐलान किया। इसके तहत प्रदेश में उन स्थानों को धार्मिक और पर्यटन स्थल के रूप में डेवलप किया जाएगा, जहां भगवान श्रीकृष्ण के कदम पड़े।
दिन की शुरुआत भगवान की आराधना से
सीएम डॉ.मोहन यादव के सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भगवान की तस्वीर साझा की जाती है। दिन की शुरुआत भगवान की तस्वीर से ही होती है। इसके बाद दूसरी जयंती, पुण्यतिथि या फैसलों की जानकारी पोस्ट होती है। इसमें हर दिन मुख्यमंत्री की टीम देशभर के तमाम प्रसिद्ध और दुर्लभ मंदिरों की तस्वीर सुबह सबसे पहले पोस्ट करती है। इसमें जम्मू कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक के मंदिर शामिल होते हैं।
उज्जैन से अयोध्या भेजे गए लड्डू
अगला नंबर उज्जैन का रहा। उज्जैन से अयोध्या और नेपाल लड्डू भेजे गए। पूरे मंत्रिमंडल ने एक साथ अयोध्या पहुंचकर भगवान श्रीराम के दर्शन-पूजन किए। धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पीएमश्री धार्मिक पर्यटन हेली सेवा और पीएमश्री पर्यटन वायुसेवा की शुरुआत की गई। उज्जैन में वैदिक घड़ी लगाई गई। पीएम मोदी ने वर्चुअली इसका शुभारंभ किया। सरकारी कैलेण्डर में पहली बार विक्रम सम्वत् को शामिल किया गया।
दशहरा और गीता जयंती पर बड़े कार्यक्रम
मोहन की धार्मिक और आध्यात्मिक राह ऐसे रही कि दशहरा को पूरे प्रदेश में बड़े पैमाने पर मनाया गया। जिलास्तर पर बड़े कार्यक्रम किए गए, इनमें कैबिनेट और राज्यमंत्री शामिल हुए। इसी क्रम में फिर गोवर्धन पूजा पर्व मनाया गया।अब हाल ही में सरकार ने गीता जयंती पर तमाम कार्यक्रम किए। भोपाल में विश्व कीर्तिमान रचा गया। हजारों लोगों ने एक साथ गीता पाठ किया। सूबे में गीता जयंती के उपलक्ष्य में क्विज से लेकर कई कार्यक्रम किए गए।
सावन में उत्सव, गुरु पूर्णिमा मनाएगी सरकार
सावन में रक्षाबंधन का त्योहार प्रदेशस्तर पर मनाया गया। महिलाओं को लाड़ली बहना योजना में बतौर शगुन 250 रुपए की राशि दी गई। इसी के साथ गुरुजनों के सम्मान के लिए अब प्रदेश में हर साल गुरु पूर्णिमा को केवल सामाजिक स्तर पर मनाने के अलावा आधिकारिक रूप से यूनिवर्सिटी, कॉलेज और स्कूलों में मनाने का निर्णय लिया गया है। वहीं, कॉलेजों के वाइस चांसलर्स को अब कुलगुरु पदनाम दिया गया है।
हर वर्ग को साधने के लिए ऐसे बनाए विश्व कीर्तिमान
इंदौर में शौर्या कार्यक्रम किया गया। इसमें पांच हजार महिलाओं ने तलवारबाजी कर विश्व कीर्तिमान बनाया। यही नहीं, इससे पहले उज्जैन में डमरू वादन और ग्वालियर में तबला वादन का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया। दोनों इवेंट में सीएम मोहन यादव शामिल हुए। ऐसे ही पीएम मोदी के 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान को राज्य सरकार ने हाथों हाथ लिया। इस अभियान के तहत प्रदेश में 5 करोड़ पौधे रोपे गए। इंदौर ने विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया।
सिंहस्थ की तैयारी बड़े पैमाने पर शुरू
मोहन सरकार सिंहस्थ को लेकर गंभीर नजर आती है। अभी से बड़े पैमाने पर इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। सरकार ने सबसे बड़ी कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना को मंजूरी दे दी है। करीब 920 करोड़ रुपए से काम होगा। सड़क, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है। सीएम डॉ.यादव ने सिंहस्थ मेला क्षेत्र में साधु, संतों और अखाड़ों को आश्रम बनाने के लिए स्थाई रूप से जमीन देने का निर्णय लिया है।
महापुरुषों और नायकों को इस तरह दिया सम्मान
वहीं, आजादी के नायकों को सम्मान देने के लिए भी सरकार ने कई कदम उठाए हैं। इसके तहत रानी दुर्गावती के सम्मान में दमोह जिले में कैबिनेट बैठक की गई। लोकमाता अहिल्याबाई को सम्मान देने के लिए अहिल्या लोक बनाए जाने का प्लान है। खरगोन में बनाई गई यूनिवर्सिटी का नामकरण क्रांति सूर्य कहे जाने वाले जनजातीय नायक टंट्या भील के नाम पर किया गया है। सागर में आचार्य विद्यासागर महाराज के सम्मान में आयुर्वेदिक कॉलेज बनाया जाएगा।
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