उज्जैन सिंहस्थ में क्षिप्रा के जल से ही कराएंगे श्रद्धालुओं को स्नान

मध्य प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सदन को नदी जोड़ो योजना के तहत दो महत्वपूर्ण मेगा प्रोजेक्ट्स की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सिंहस्थ 2025 में श्रद्धालुओं को क्षिप्रा नदी के पवित्र जल से स्नान कराया जाएगा।

author-image
Sanjay Sharma
New Update
MP Assembly CM Mohan Yadav gave information about mega projects of river linking scheme
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

BHOPAL. शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने सदन को नदी जोड़ो योजना के तहत दो मेगा प्रोजेक्ट की जानकारी दी। उन्होंने पार्वती-कालीसिंध-चंबल और बुंदेलखंड में चल रहे केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट से होने वाले फायदे भी गिनाएं। मुख्यमंत्री ने कहा पिछले सिंहस्थ में नर्मदा से जल लाकर लोगों के स्नान की व्यवस्था की गई थी। लेकिन आने वाले सिंहस्थ में श्रद्धालुओं को क्षिप्रा के जल से स्नान कराएंगे। इसके लिए बारिश में क्षिप्रा में इकट्ठा होने वाले जल को प्रवाह के माध्यम से उज्जैन लाएंगे।

सिंहस्थ से पहले क्षिप्रा में जमा करेंगे जल

मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा सिंहस्थ में इस बार यहां आने वाले श्रद्धालुओं को पवित्र क्षिप्रा जल से स्नान करने का अवसर मिलेगा। क्षिप्रा में जल न होने के कारण पिछले सिंहस्थ में नर्मदा से पानी लिफ्ट करके सिंहस्थ में आने वाले भक्तजनों के स्नान की व्यवस्था की गई थी। लेकिन इस बार हम बरसात में ही क्षिप्रा में पानी इकट्ठा करेंगे। इस पानी को प्रवाहित करके उज्जैन तक लाएंगे। प्रवाहित रहने वाले इसी जल में सिंहस्थ में शामिल श्रद्धालु और साधु-संत स्नान कर पाएंगे।

year 2025 scheme

साढ़े 6 लाख हैक्टेयर में सिंचाई, 43 लाख लोगों को पेयजल

मुख्यमंत्री ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जयपुर में जिस पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई है, वह मालवा-चंबल अंचल की तस्वीर बदल देगा। यह मेगा प्रोजेक्ट है, जिसकी लागत 72 हजार करोड़ से ज्यादा है। लागत पर 90 फीसदी राशि केंद्र सरकार खर्च करेगी, जबकि प्रदेश को केवल 10 फीसदी ही देना होगा। सीएम ने कहा इस मेगा प्रोजेक्ट से प्रदेश की साढ़े 6 लाख हैक्टेयर में सिंचाई होगी और 43 लाख से ज्यादा लोगों को पेयजल के लिए पानी उपलब्ध होगा। उन्होंने कहा बुंदेलखंड में केन-बेतवा प्रोजेक्ट भी मेगा प्रोजेक्ट है। इसकी कुल लागत में से केवल 10 फीसदी खर्च ही प्रदेश के हिस्से में आ रहा है।

विभागों में करोड़ों रुपए का फंड शेष, फिर भी कर्ज क्यों ले रही सरकार?

अटलजी का सपना पूरा कर रहे पीएम

नदी लिंक प्रोजेक्ट की चर्चा के दौरान सीएम डॉ.मोहन यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को याद किया। उन्होंने कहा अटलजी ने नदियों को जोड़ने का जो सपना देखा था प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी उसे पूरा कर रहे हैं। सीएम ने पक्ष-विपक्ष के विधायकों से भी अपने-अपने क्षेत्रों में नदियों को जोड़ने की संभावना के आधार पर प्रस्ताव तैयार कर सरकार तक पहुंचाने का आग्रह किया।

विपक्ष के विधायकों ने कर्ज पर मांगा जवाब, सत्ता पक्ष ने गिनाई योजनाएं

कान्ह-गंभीर लिंक पर करेंगे 800 करोड़ खर्च

मुख्यमंत्री ने नदी लिंक प्रोजेक्ट पर चर्चा के दौरान इंदौर की कान्ह नदी की भी बात की। उन्होंने कहा काफी प्रयासों के बाद भी कान्ह नहीं में गंदा पानी मिलने से नहीं रोका जा सका है। अब कान्ह को साफ कर उसका पानी क्षिप्रा तक नहीं लाएंगे। सीएम ने बताया कान्ह नदी को अब गंभीर नदी से जोड़ेंगे। इसके लिए 800 करोड़ का प्रस्ताव तैयार किया है।

thesootr links

द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

 

उज्जैन सिंहस्थ पार्वती-कालीसिंध-चंबल प्रोजेक्ट क्षिप्रा नदी जल व्यवस्था पीएम मोदी भोपाल न्यूज एमपी विधानसभा का शीतकालीन सत्र CM Mohan Yadav MP ASSEMBLY नदी जोड़ो योजना एमपी विधानसभा सीएम मोहन यादव मध्यप्रदेश में केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट