BHOPAL. स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मध्य प्रदेश सरकार ने जेलों में सजा काट रहे 177 बंदियों को रिहा करने का फैसला लिया है। इनमें 5 महिलाएं भी शामिल हैं। इन कैदियों में से ज्यादातर आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। सरकार ने जेल विभाग की रिहाई नीति के तहत कैदियों की सजा में छूट दी है। हालांकि, रेप और पाक्सो से जुड़े अपराधों में दंडित कैदियों को रियायत नहीं दी गई है।
कैदियों को गई रोजगार की ट्रेनिंग
जेल विभाग के मुताबिक स्वतंत्रता दिवस पर प्रदेश की 12 केंद्रीय जेलों के 177 कैदियों को रिहा किया जाएगा। जिन कैदियों को जेलों से रिहा किया जाएगा उन्हें आगे के लिए रोजगार से जुड़ी ट्रेनिंग दी गई है। जेल में रहते हुए जैसे टेलरिंग, लकड़ी के काम, भवन निर्माणस लौहारी आदि की ट्रेनिंग दी गई है। ताकि ये कैदी रिहा होने के बाद रोजगार से जुड़कर नया जीवन शुरू करे और समाज में फिर से स्थापित हो सकें। बता दें कि सरकार हर साल 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर अच्छे आचरण और अन्य मापदंडों के अनुसार कैदियों की रिहाई करती है।
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इन जेलों से इतने कैदी होंगे रिहा
केन्द्रीय जेल उज्जैन से 19 बंदी
केन्द्रीय जेल से सतना से 24 बंदी
केन्द्रीय जेल से नर्मदापुरम से 16 बंदी
केन्द्रीय जेल से बड़वानी 6 बंदी
केन्द्रीय जेल ग्वालियर 20 बंदी
केन्द्रीय जेल जबलपुर 19 बंदी
केन्द्रीय जेल रीवा 14 बंदी
केन्द्रीय जेल सागर 4 बंदी
केन्द्रीय जेल नरसिंहपुर 15 बंदी
केन्द्रीय जेल इंदौर से 18 बंदी
केन्द्रीय जेल से भोपाल 15 बंदी
टीकमगढ़ जिला जेल से 4 बंदी
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