BHOPAL. देश के दिग्गज उद्योगपति और टाटा समूह के चेयरमैन रहे रतन टाटा (Ratan Tata) के निधन से हर कोई दुखी है। उनके निधन से देश में शोक का माहौल बना हुआ है। देश के अनमोल रत्न 'रतन टाटा' के दुनिया के अलविदा कहने के बाद देश विदेश के उद्योगपति, नेता और अभिनेता उन्हें याद कर रहे हैं। पूरा देश उन्हें अपने-अपने तरीके से श्रद्धांजलि दे रहा है। मशहूर उद्योगपति को सम्मान देने के लिए मध्य प्रदेश के रायसेन जिले के औद्योगिक नगर मंडीदीप का नाम बदलकर रतन टाटा के नाम से रखने की मांग उठी है।
विधायक सुरेंद्र पटवा ने उठाई मांग
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से 24 किलोमीटर दूर मंडीदीप शहर का नाम दिवंगत रतन टाटा के नाम पर करने की मांग बीजेपी विधायक सुरेंद्र पटवा ने उठाई है। उनका कहना है कि युवा उद्यमियों को प्रेरित करने के लिए मंडीदीप का नाम बदलकर रतन टाटा के नाम पर किया जाए। युवा एंटरप्रेन्योर के लिए रतन टाटा मार्गदर्शन बन सकें। साथ ही उन्होंने सीएम डॉ. मोहन यादव और पीएम मोदी तक को इस विषय में पत्र लिखने की बात कही है।
पीएम और सीएम को लिखेंगे पत्र
भोजपुर विधानसभा से बीजेपी विधायक सुरेंद्र पटवा ने आगे बताया कि मंडीदीप इंडस्ट्रियल एरिया में 600 से ज्यादा इंडस्ट्रीज हैं। यहां 60-70 हजार कर्मचारी काम करते हैं। नया यूथ है, स्टार्टअप है। उद्योगपति रतन टाटा ने कई देश में नौजवानों को तैयार करने का काम किया है। इसलिए हम चाहते हैं कि वह लाखों युवाओं के रोल मॉडल बन सकें। इसको लेकर वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखेंगे।
9 अक्टूबर को हुआ था रतन टाटा का निधन
बता दें कि प्रसिद्ध उद्योगपति और पद्म विभूषण से सम्मानित रतन टाटा का निधन 9 अक्टूबर 2024 को हो गया था। उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में 86 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। उन्हें उम्र संबंधी मेडिकल कंडीशन होने चलते अस्पताल में भर्ती किया गया था। मुंबई में उनकी अंतिम यात्रा के दौरान खेल, राजनीति, व्यापार, सिनेमा जगत की हस्तियां शामिल हुई थीं। इस दौरान देश के अनमोल रतन को अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे लोगों ने नम आंखों से विदाई दी।रतन टाटा का अंतिम संस्कार 10 अक्टूबर को मुंबई में पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। मुंबई पुलिस ने उन्हें श्रद्धांजलि और गार्ड ऑफ ऑनर दिया।
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उद्योगों के विकास में अतुलनीय योगदान
बता दें कि देश के सच्चे रत्न रतन टाटा का भारत की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनका उद्योगों के विकास और विभिन्न क्षेत्रों में अतुलनीय योगदान है। दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा को बिजनेसमैन ही नहीं थे, बल्कि उन्हें दरियादिल इंसान के तौर पर भी पहचाना जाता था, जिसके कई उदाहरण भी मौजूद हैं। वे हमेशा से विनम्रता की एक मिसाल के रूप में जाने जाते रहे हैं। इसके साथ ही वे बिजनेस की दुनिया में कदम रखने वाले युवा उद्योगपतियों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत थे। उनके योगदान के लिए 2000 में पद्म भूषण और 2008 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था। रतन टाटा के लिए देशभर के लोगों में असीम सम्मान था।
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