BHOPAL. शिक्षक भर्ती (2023) वर्ग-1 में पद बढ़ाने की मांग को लेकर वेटिंग कैंडिडेट्स ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। राजधानी में जुटे शिक्षक पात्रता परीक्षा पास करने वाले कैंडिटेट्स ने बीजेपी कार्यालय के बाहर थाली और कटोरा बजाकर विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही विरोध में इन उम्मीदवारों ने रानी कमलापति स्टेशन से बीजेपी कार्यालय तक रैली निकाली। इस दौरान प्रदर्शनकारियों के हाथों में अखबारों की कटिंग्स छपे पोस्टर थे। उम्मीदवारों ने मोहन यादव सरकार से 20 हजार पद बढ़ाने की मांग की है।
सड़क पर थाली-कटोरे बजाकर प्रदर्शन
विरोध प्रदर्शन के दौरान अभ्यर्थियों ने रैली निकाली को पुलिस ने बीजेपी कार्यालय की तरफ जाने से रोका दिया जिसके बाद महिला प्रदर्शनकारियों ने रोड पर ही सर्कल बनाकर थाली-कटोरे बजाएं। इस दौरान पुरूषों ने भी जमकर की नारेबाजी कर विरोध जताया। प्रदर्शन में पहुंची महिला उम्मीदवारों ने कहा कि हमने परिक्षा में हमने 100 में से 90 नंबर लाए है फिर भी हम बेरोजगार हैं।
20 हजार पद बढ़ाने की मांग
इस प्रदर्शन में शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश के कई जिलों से वेटिंग कैंडिडेट्स पहुंचे थे। मुरैना की अनुपमा शर्मा ने कहा कि हमारी मांग है कि पद वृद्धि की जाए। वर्ग-1 2023 की परीक्षा में 20 हजार पद बढ़ाए जाए। हम सभी चयनित अभ्यर्थी, जिन्होंने 100 में से 85 और 90 अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें नियुक्ति दी जाए। क्योंकि उस परीक्षा में कई विषयों में जीरो पद थे।
टॉप-10 में आए चयनित अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं
वेटिंग कैंडिडेट ने आरोप लगाया कि सरकार कई विषयों को पढ़ाने के लिए अतिथि शिक्षक रख रही है। टॉप-10 में आए चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं दी जा रही है। नियुक्ति ना देकर उन विषयों को पढ़ाने के लिए अतिथि शिक्षक रख रहे हैं। 15 हजार चयनित अभ्यर्थी ऐसे हैं जिन्होंने 80 से ज्यादा अंक प्राप्त किए हैं।
ट्राइबल डिपार्टमेंट में अकेले 12 हजार से 18 हजार अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की गई है, जबकि डीपीआई ने 25 हजार से ज्यादा अतिथि शिक्षकों को रखा है। इसके अतिरिक्त, 12 हजार से 15 हजार अभ्यर्थी अभी भी प्रतिक्षा कर रहे हैं। इसके बाद भी सरकार 30 हजार से 35 हजार अतिथि शिक्षकों की भर्ती कर रहे हैं। इसका तात्पर्य यह है कि पद खाली हैं, लेकिन योग्य व्यक्तियों को नियुक्ति देने में आप गंभीरता नहीं दिखा रहे हैं।
दोनों तरह से हो रहा छल
चयनित शिक्षकों ने यह आरोप लगाया है कि मोहन यादव सरकार उनके साथ दोहरी नीति अपना रही है। अतिथि शिक्षकों को यह बताया जाता है कि उन्होंने चयन परीक्षा में भाग नहीं लिया है। हमारे बीच कई ऐसे अभ्यर्थी हैं जो अतिथि शिक्षक हैं और पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण कर चुके हैं। उन्हें दोनों ही तरीकों से धोखा दिया जा रहा है। उनसे पूरा कार्य लिया जा रहा है, लेकिन हमें उचित मान-सम्मान नहीं दिया जा रहा। हम अपने आंदोलन को और अधिक तेजी से आगे बढ़ाएंगे, चाहे इसके लिए हमें किसी भी प्रकार की कीमत चुकानी पड़े।
मासूम बेटी को गोद में लेकर प्रदर्शन
इस दौरान रायसेन की आरती शर्मा अपनी डेढ़ साल की मासूम बेटी को गोद में लेकर प्रदर्शन करने पहुंची थी। उन्होंने कहा कि सरकार का यह हमारे प्रति अन्याय और तानाशाही का उदाहरण है। हम छोटे-छोटे बच्चों के साथ कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। सरकार द्वारा पदों में वृद्धि नहीं करने के कारण हमें परेशान होना पड़ा हैं। हम 20 हजार पदों की वृद्धि की मांग कर रहे हैं। हमारा अनुरोध है कि पद बढ़ाए जाएं।
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