मध्य प्रदेश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव संपन्न हो चुके हैं। बीजेपी हाईकमान ने अपने सभी संगठनात्मक जिलों को चुनाव में खर्च करने के लिए राशि दी थी, लेकिन कुछ जिलों के जिलाध्यक्षों के अलावा किसी भी जिले के जिलाध्यक्षों ने चुनावी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है। इस बात से खफा बीजेपी संगठन ने जिलाध्यक्षों से तीन से चार दिन के अंदर खर्च की रिपोर्ट प्रदेश संगठन को सौंपने की निर्देश जारी किए हैं।
बीजेपी के 30 जिलों ने अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी
बीजेपी के डिजिटल वर्किंग कमेटी की बैठक में ये बात सामने आ चुकी है कि अभी कई जिलों के अध्यक्ष और पदाधिकारी खुद को और जिले की एक्टिविटीज को डिजिटल फ्रेंड नहीं बना सके हैं। इस बात के बाद पिछले दिनों एक मामला यह उजागर हुआ है कि बीजेपी के 30 जिलों ने अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपी है।
40 जिलों ने नहीं दिया लोस चुनाव के खर्च का ब्यौरा
लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने अपने सभी 58 संगठनात्मक जिलों को चुनावी खर्च के लिए राशि दी थी, लेकिन बीजेपी के करीब के 40 जिला के जिलाध्याक्षों ने अपनी खर्च का ब्यौरा नहीं दिया है। ऐसे में बीजेपी की कार्यसमिति की बैठक के दौरान भी ऐसे जिला अध्यक्षों को तलब कर उनसे कहा गया कि वे चुनाव खर्च का ब्यौरा दें, और यह काम एक सप्ताह के भीतर हो जाए।
जल्द सौंपें चुनावी खर्च की रिपोर्ट
एमपी बीजेपी के जिला अध्यक्षों को यह चेताया गया है कि अगर एक सप्ताह के अंदर चुनावी खर्च की रिपोर्ट नहीं सौंपी गई तो, जिलाध्यक्षों के ऊपर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
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