मंत्री तुलसीराम सिलावट के करीबी कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी द्वारा पीड़ित कई कर्मचारियों के वीडियो और ऑडियो द सूत्र के पास आए हैं। इसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि केवल सीए निशिथ नाहर और रश्यिन नागरिक गौरव अहलावत को ही बंधक बनाकर नहीं पीटा गया है। यह जैसवानी की पुरानी आदत है और इसके पीड़ित सैंकड़ों की संख्या में हैं। दो महीने पहले ही 14 कर्मचारियों को बंधक बनाकर पीटा गया। हालत यह रही कि दो ने सुसाइड की कोशिश की और इस मामले को भी पुलिस से सांठगांठ कर दबा दिया गया।
यह हुई घटना
द सूत्र के पास मौजूद वीडियो के मुताबिक जीआरवी बिस्किट में काम करने वाले कर्मचारियों ने बताया कि- हमारी कंपनी केम्को का माल बनाता था। आठ अगस्त 2024 को हम कर्मचारियों के पास मैसेज आया कि बड़े भैया यानी संजय जैसवानी मीटिंग में बुला रहे हैं। करीब 15-20 लोग मिलने के लिए गए। सातवीं मंजिल पर लेकर गए और बंद कर दिया। वहां गालिया दी और महेंद्र राजपूत, अज्जू, श्रीकांत व एक अन्य चार लोगों को उनके बॉडीगार्ड जय माथे के जरिए खूब पिटवाया। इसके बाद धमकी भरे कई फोन आए।
धमकाया गया कि रेप केस, चोरी में फंसा देंगे
जैसवानी ने वहां धमकाया कि तुम सभी को रेप केस, चोरी के आरोप में फंसा देंगे। पुलिस सब मेरे हिसाब से ही सुनती है। कोई नहीं बचा पाएगा। इसके बाद छोड़ा गया, लोग डर कर फैक्टरी में काम छोडकर गायब हो गए।
इसके बाद राजपूत ने की सुसाइड की कोशिश
इस घटना से परेशान महेंद्र राजपूत ने घर में फांसी लगा ली, लेकिन समय रहते परिजनों ने देख लिया और जान बच गई। इस घटना पर भी जैसवानी ने पुलिस में एक पुरानी तारीख में आवेदन दिया। राजपूत पर आरोप लगाए, साथ ही उसका मोबाइल लेकर बॉयलर में जला दिया, ताकि आत्महत्या की कोशिश क्यों की, यह पता नहीं चल सके और साथ ही वह कोई आरोप नहीं लगा सके। इसकी भी ऑडियो रिकार्डिंग द सूत्र के पास मौजूद है। इसमे पुलिस थाने पर एक पुलिसकर्मी को बोला जाता है कि पुरानी डेट में उसके चोरी करने का आवेदन ले लो, कल को वह मर भी गया तो कुछ नहीं होगा, मोबाइल की चिंता मत करना वह बॉयलर में जला दिया है।
फिर फैक्टरी में ही इसने काटी हाथ की नस
इस घटना के बाद ही वहां काम करने वाले एक और कर्मचारी अमित पांडे ने भी हाथ की नस काट ली और इसे फिर उपचार के लिए ले जाया गया और बच गया। लेकिन इस मामले को भी रसूख के बल पर दबा दिया गया और अस्पताल से भी कोई रिपोर्ट नहीं गई वहां भी सैटिंग कर ली गई।
जैसवानी के एक नई कई पीड़ित, पुलिस पूरे बचाव में
जैसवानी के एक नई कई कांड है। सीए एसोसिएशन के एकजुट होने और द सूत्र द्वारा मुद्दा उठाए जाने के बाद उसके खिलाफ एक केस लसूडिया थाने में दर्ज हुआ। लेकिन वहीं गौरव अहलावत (रश्यिन नागरिक) की फैक्टरी जीआरवी हड़पने के मामले में और बंधक बनाकर पीटने के मामले में अभी तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ है। इस मामले में थाने से लेकर पुलिस कमिशनर, डीजीपी तक को शिकायत हो चुकी है और अभी जांच ही चल रही है।
जैसवानी के कहने पर पुलिस फट से कर लेती है केस
जहां पीड़ित पुलिस के पास केस दर्ज करने के लिए भटकते रहते हैं। वहीं जैसवानी के एक इशारे पर लसूडिया हो या बाणगंगा थाने में केस दर्ज हो जाता है। कई कर्मचारियों के खिलाफ चोरी के आरोप लगाकर केस दर्ज कराया गया। इसी में एक राजेंद्र गुप्ता थे, जिन्होंने अपने ढाई करोड़ की बकाया राशि मांगी तो केस कराकर जेल भिजवा दिया, फिर कोर्ट से जमानत हुई और उद्योग विभाग ने भी उनकी बकाया राशि सही मानते हुए जैसवानी की संपत्ति के कुर्की के भी आदेश दिए, कलेक्टर ने भी कुर्की की।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक