भोपाल. लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस में उपजे विरोध को लेकर आलाकमान ने बड़ा निर्णय लिया है। सूत्रों के मुताबिक, तीन राज्यों मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को बदला जा सकता है। कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व ने इसे लेकर निर्णय ले लिया है। कभी भी बदलाव पर मुहर लग सकती है। इन तीनों राज्यों में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है। मध्य प्रदेश में जहां जीतू पटवारी ( jeetu patwari ) की अगुआई में कांग्रेस ने अपनी परम्परागत छिंदवाड़ा सीट भी गंवा दी। वहीं, छत्तीसगढ़ में भी कांग्रेस को प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ( deepak baij ) के नेतृत्व में सिर्फ एक सीट मिली है। मध्य प्रदेश कांग्रेस 28 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जबकि छत्तीसगढ़ में सभी 11 सीटों पर कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार उतारे थे।
बिहार में पिछड़ा इंडिया गठबंधन
बिहार में भी कांग्रेस पिछड़ गई। वहां इंडिया गठबंधन काम नहीं आया। आपको बता दें कि बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं। वहां एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच मुकाबला था। इसमें से एनडीए को 30, इंडिया ब्लॉक को सिर्फ 9 सीटें मिली हैं, जबकि एक सीट निर्दलीय चुनाव लड़े पप्पू यादव को मिली है। लिहाजा, अब बिहार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ( Akhilesh Prasad Singh ) को हटाने की चर्चा है।
एमपी में चिट्ठी पत्री का दौर तेज
मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी को हटाने को लेकर स्थानीय नेता लगातार कांग्रेस आलाकमान को चिट्ठियां लिख रहे हैं। एक दिन पहले ही कांग्रेस नेता अमिताभ अग्निहोत्री ने कांग्रेस आलाकमान को पत्र लिखकर जीतू की वर्किंग स्टाइल पर सवाल खड़े किए थे। इससे पहले अजय सिंह जीतू पटवारी के बतौर पीसीसी चीफ कार्यकाल पर सवाल उठा चुके हैं।
एक साथ तीन राज्यों में बदलाव की चर्चा
ऐसे ही छत्तीसगढ़ और बिहार कांग्रेस में भी विरोध के सुर उठ रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अब कांग्रेस आलाकमान ने तीनों राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदलने का फैसला कर लिया है। ऐसे होता है तो कांग्रेस में लंबे समय बाद एक साथ तीन राज्यों में बदलाव होगा। माना जा रहा है कि ये कवायद आने वाले चुनावों को लेकर की जा रही है।
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