ये कैसा लोकपथ...घोड़े को पानी दिखाने जैसा काम कर रहे अधिकारी, गड्ढे जस के तस हैं!

मध्य प्रदेश सरकार ने चंद दिन पहले जिस लोक पथ एप्लीकेशन को सड़कों के सुधार में बेहद अहम और असरदार बताया था, उसे ही पीडब्लूडी ने मजाक बना लिया है।

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Sanjay Sharma और Neel Tiwari
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BHOPAL/JABALPUR : आपको वो पुरानी कहानी तो याद ही होगी, जिसमें एक सेठ अपने घोड़े को पानी दिखा लाने का आदेश देता है। उसका नौकर भी आदेश का पालन करता है और घोड़े को पानी दिखा लाता है।  ऐसा ही कुछ इनदिनों मध्य प्रदेश में हो रहा है। सरकार ने चंद दिन पहले जिस लोक पथ एप्लीकेशन को सड़कों के सुधार में बेहद अहम और असरदार बताया था। उसे ही पीडब्लूडी ने मजाक बना लिया है। ऐप कैसे काम करता है और इसके बारे में किए गए दावों की हकीकत जानने द सूत्र ने कुछ प्रयोग किए तो पीडब्लूडी की कारगुजारी सामने आई है। यानी व्यवस्था में काबिज अफसर, सरकार की आंखों में भी धूल झौंकने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहे हैं। ऐसे में व्यवस्था में बदलाव की  कल्पना करना कैसे मुमकिन है।

लोकपथ ऐप भी नहीं सुधार पर रहा सड़क

चलिए पहले आपको पीडब्लूडी के उस लोकपथ ऐप के बारे में बताते हैं जिसे 2 जुलाई को ही सरकार ने लांच किया है। विधानसभा सत्र के दौरान पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह ने कहा था एप्लीकेशन पर खराब सड़कों के फोटो डालने पर विभाग अगले 7 दिन में इसे दुरुस्त कर देगा। यदि ऐसा नहीं होता तो संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई तय करेंगे। लेकिन महीने भर बाद ही अफसर और मैदानी अमला सरकार के दावों की हवा निकालने में जुट गए हैं। वो कैसे इसके लिए द सूत्र ने राजधानी भोपाल के अलावा जबलपुर और विदिशा जिले की अलग-अलग सड़कों को लेकर पड़ताल की है। अब आपको इसके बारे में भी बताते हैं।

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सड़कें गड्ढों से बदहाल, समाधान का इंतजार

द सूत्र की टीम ने डामर बहने और गिट्टियां उखड़ने से खराब हुई सड़कों की पड़ताल की। इसके लिए पीडब्लूडी के लोकपथ ऐप में दर्ज राजधानी के साथ ही जबलपुर और विदिशा जिले की सड़कों की जानकारी जुटाई गई। भोपाल की ऐसी दो सड़कों को चुना गए जो लोकपथ एप में दर्ज हैं। पहली सड़क हबीबगंज नाका से सुभाषनगर होते हुए रायसेन रोड को जोड़ने वाली है। रचना नगर में एमएलए आवास के पास उखड़ी और गड्ढेदार सड़क के फोटो लोकपथ एप पर 1 अगस्त की शाम 4 बजकर 11 मिनट पर अपलोड किए गए । इससे पहले 1 अगस्त को ही व्यापमं चौराहे से पालिका भवन के बीच गड्ढेवाली सड़क का फोटो दोपहर 3 बजकर 53 मिनट पर शिकायत के साथ अपलोड किया गया। द सूत्र की टीम ने पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह के गृहनगर जबलपुर में भी सड़कों की पड़ताल की। इसके लिए नेशनल हाइवे-7 को जोड़ने वाले लम्हेटाघाट-भेड़ाघाट बायपास की हालत बेहद खराब मिली। 2 अगस्त की शाम 5 बजकर 42 मिनट से करीब एक घंटे के अंतराल से तीन अलग-अलग जगहों से तीन शिकायतें अपलोड की थीं। उधर विदिशा के गंजबासौदा-सिरोंज मार्ग स्थित बेतवा पुल से सटी सड़क के फोटो 4 अगस्त की शाम 5 बजकर 52 मिनट पर शिकायत के साथ अपलोड किए गए।

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दिखावे का समाधान, परेशानी जस की तस

अब हम पीडब्लूडी की कारस्तानी आपको दिखा रहे हैं। दरअसल द सूत्र की टीम ने इस ऐप और पीडब्लूडी के काम को समझने के लिए एक सप्ताह तक इंतजार किया ताकि सच्चाई आप तक पहुंचा सकें। सरकार का वह दावा जिसमें लोक पथ ऐप पर दर्ज शिकायत का एक सप्ताह के अंदर निराकरण होगा सच साबित हुआ। पीडब्लूडी ने एक सप्ताह से पहले ही चारों शिकायतों का निराकरण कर दिया। लेकिन अब जो आप देखेंगे, उसे देखकर खुद को ठगा ही महसूस करेंगे। पहली शिकायत पालिका भवन और व्यापमं चौराहे के बीच खराब सड़क की थी। जिसका समाधान पीडब्लूडी ने 6 अगस्त को करते हुए मरम्मत का फोटो अपलोड कर दिया। इसमें सड़क चकाचक दिख रही है, लेकिन मौके पर जब द सूत्र टीम पहुंची तो केवल आठ-दस फीट का हिस्सा ही पेंचवर्क से ढंका गया था आगे-पीछे के हिस्से में सड़क पर बिखरी गिट्टियां ही नजर आ रही थीं। ऐसी ही स्थिति दूसरी शिकायत यानी हबीबगंज नाका सुभाषनगर-रायसेन रोड की थी। पीडब्लूडी ने इस सड़क की मरम्मत करते हुए 4 अगस्त को ही फोटो अपलोड पर समाधान करना बताया था लेकिन मौके पर सड़क के एक हिस्से को छोड़ दूसरी जगह गड्ढे और गिट्टियां ही दिखाई दे रही हैं।

मंत्री के गृहक्षेत्र में भी पीडब्लूडी की कलाकारी

पीडब्लूडी मंत्री राकेश सिंह के गृह क्षेत्र जबलपुर में भी अधिकारी हेराफेरी से बाज नहीं आए। यहां लम्हेटाघाट से भेड़ाघाट और मीरगंज बायपास गड्ढों से भरा हुआ है। यहां से वाहनों का गुजरना भी दुश्वार हो रहा है। लोग भी काफी परेशान हैं। द सूत्र के रिपोर्टर मौके पर पहुंचे और लोगों से बात की। टीम उस जगह पहुंची जहां 2 अगस्त को फोटो के साथ अपलोड की गई तीनों शिकायतों को भी केवल खानापूर्ति कर बंद कर दिया गया। यानी केवल एक-दो गड्ढे भरकर सड़क के इस हिस्से को दुरस्त बता दिया गया। ऐसा ही कुछ विदिशा के गंजबासौदा-सिरोंज मार्ग पर किया गया। यहां भी 4 अगस्त की शाम अपलोड शिकायत को लोकपथ एप पर निराकृत बताया जा रहा है जबकि मौके पर सड़क का यह हिस्सा गड्ढों से भरा हुआ है। इसी स्थान पर बाइक फिसलने से दो दिन पहले एक युवक गंभीर रूप से घायल भी हो चुका है।

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