MP में हर परिवार के 1 सदस्य को मिलेगा रोजगार, सीएम मोहन यादव ने दे दिए निर्देश

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने निर्देश दिए कि हर परिवार में एक व्यक्ति को रोजगार या स्वरोजगार से जोड़ा जाए, MSME इकाइयों और स्टार्टअप के जरिए होगी रोजगार वृद्धि।

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Rohit Sahu
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सीएम मोहन यादव ने शुक्रवार को एक बड़ा निर्णय लिया। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) विभाग की समीक्षा बैठक में सीएम ने अफसरों को निर्देश दिए कि राज्य के हर परिवार में कम से कम एक व्यक्ति को रोजगार अथवा स्वरोजगार से जोड़ा जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं, आवश्यकता है तो केवल जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की। इसके बाद हम एमएसएमई के जरिए हर परिवार के 1 सदस्य को तो कम से कम रोजगार या स्वरोजगार दे सकते हैं।

हर परिवार को रोजगार देने का लक्ष्य

मध्य प्रदेश में वर्तमान में 55 हजार करोड़ रुपये के निवेश के माध्यम से 17 लाख 55 हजार MSME इकाइयां संचालित हैं, जो 92 लाख से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार (employment) दे रही हैं। इस आंकड़े को आगे बढ़ाते हुए सरकार अब प्रत्येक परिवार तक रोजगार पहुंचाना चाहती है।

स्टार्टअप में बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी 

प्रदेश में पंजीकृत 5300 स्टार्टअप्स में से 2500 से अधिक की अगुवाई महिलाएं कर रही हैं। यह आंकड़ा महिला सशक्तिकरण और रोजगार सृजन की दिशा में एक बड़ा संकेत है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को महिलाओं के नेतृत्व वाले स्टार्टअप को और प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया।

1100 प्लॉट होंगे उपलब्ध

निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सरकार ने लैंड बैंक से जुड़ी जानकारियां साझा की हैं। आगामी 1 मई से 1100 से अधिक औद्योगिक प्लॉट्स आवंटन के लिए उपलब्ध होंगे। इससे न केवल निवेश को बढ़ावा मिलेगा बल्कि नए उद्योगों के जरिए रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

जिलों में खुलेंगी छोटी इकाइयां, रतलाम से होगी पहल 

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जिलों की भौगोलिक स्थिति और स्थानीय दक्षताओं को ध्यान में रखते हुए MSME इकाइयों की स्थापना की जाए। तेल घानी, आटा चक्की, मिलेट प्रोसेसिंग जैसी छोटी इकाइयों के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाए। रतलाम जिले से इस पहल की शुरुआत होगी।

एमएसएमई के विकास में 7वें स्थान पर एमपी

बैठक में मुख्यमंत्री (cm mohan yadav) ने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में MSME के क्षेत्र में मध्यप्रदेश देश में 7वें स्थान पर है, लेकिन 2025 तक प्रदेश को श्रेष्ठतम राज्यों की श्रेणी में लाना है। इस लक्ष्य को पाने के लिए उद्योग और रोजगार को प्राथमिकता दी जाएगी और हर दो महीने में उद्योग-रोजगार दिवस का आयोजन होगा।

27 जून को इंदौर और सितंबर में भोपाल में भव्य आयोजन

एमएसएमई डे पर 27 जून को इंदौर और सितंबर माह में भोपाल में भव्य कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। यह आयोजन प्रदेश की औद्योगिक संभावनाओं को राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करेगा।

टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में शामिल होंगी दिग्गज कंपनियां

27 अप्रैल को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा इंदौर में आयोजित टेक ग्रोथ कॉन्क्लेव में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, एनवीडिया, सीमेन्स-ईडीए, थोलोन्स, योट्टा जैसी दिग्गज कंपनियां शामिल होंगी। इस कॉन्क्लेव में एनिमेशन, गेमिंग, एक्सटेंडेड रियलिटी और डेटा सेंटर इंडस्ट्री पर विशेष चर्चा की जाएगी।

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सीएम करेंगे उद्योगपतियों से वन-टू-वन चर्चा

कॉन्क्लेव के दौरान मुख्यमंत्री मोहन यादव आईटी, सेमीकंडक्टर्स, ड्रोन्स, एवीजीसी-एक्सआर जैसे सेक्टर के प्रतिनिधियों से वन-टू-वन चर्चा करेंगे। सुबह सेक्टोरल राउंड टेबल्स और दोपहर में निवेशकों से सीधा संवाद इस कार्यक्रम का हिस्सा होगा।

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