अतिथि शिक्षकों के लिए यह दिवाली खुशियों भरी रहने वाली है। राज्य की मोहन सरकार ने शिक्षकों की 3 महीने से रुकी सैलरी को देने का आदेश जारी कर दिया है। आदेश के अनुसार अगस्त, सितंबर और अक्टूबर की सैलरी दिवाली से पहले ही उनको मिलने वाली है। सैलरी न आने से नाराज अतिथि शिक्षकों के चेहरों पर अब खुशियां लौटने वाली हैं।
28 अक्टूबर तक मिल जाएगी सैलरी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की थी कि दिवाली से पहले कर्मचारियों को सैलरी दे दी जाएगी। 28 अक्टूबर तक सैलरी देने का आदेश जारी किया गया था। सीएम की घोषणा के बाद से ही अतिथि शिक्षकों के बीच इस बात को लेकर चर्चा थी कि उनकी सैलरी कब तक आएगी। 3 महीने से रुके वेतन की वजह से वे नाराज थे। उनके मन में ये सवाल चल रहा था कि क्या उन्हें भी दिवाली से पहले सैलरी मिलेगी।
स्कूल - कॉलेज की पढ़ाई अतिथि शिक्षकों के जिम्मे फिर भी झेल रहे सौतेला व्यवहार
211 करोड़ रुपए हुए आवंटित
बताया गया है कि प्रदेश सरकार ने अतिथि शिक्षकों के लिए 211 करोड़ रुपए का आवंटन किया है। स्कूल शिक्षा विभाग के लोक शिक्षण संचालनालय ने अगस्त, सितंबर और अक्टूबर के मानदेय भुगतान के लिए यह राशि आवंटित की है। कहा गया है कि दिवाली से पहले सभी अतिथि शिक्षकों को उनका वेतन दे दिया जाए।
क्या थी मांग?
अतिथि शिक्षकों ने पूर्व में कहा था कि तत्कालीन शिवराज सरकार ( Shivraj government ) ने हमें नियमित करने का वादा किया था, लेकिन कोई आदेश नहीं दिया गया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिथि शिक्षकों को नियमित करने के साथ-साथ प्रमोशन देने का भी वादा भी हुआ था। एक साल बीत चुके हैं, लेकिन अब तक सरकार ने कोई ध्यान नहीं दिया है।
किया था बड़ा आंदोलन
अतिथि शिक्षक अपनी मांगों को लेकर कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं। 2 अक्टूबर को उन्होंने एक बार फिर से राजधानी भोपाल में आंदोलन किया था। अतिथि शिक्षकों से जुड़े सभी सोशल मीडिया ग्रुप में इसे लेकर मैसेज भी भेजे गए थे।
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