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जबलपुर में लगातार साइबर फ्रॉड के जरिए लोगों के साथ ठगी करने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। लोगों के डर और लापरवाही को ताकत बनाकर साइबर फ्रॉड लगातार ठगी में लगे हुए है। ऐसे में एक ऐसा मामला उजागर हुआ है जिसमें डिजिटल अरेस्ट करके महिला प्रोफेसर के साथ 10 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई है। अब मामले में पुलिस ने पीड़ित महिला प्रोफेसर की शिकायत पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। साथ ही जबलपुर कलेक्टर ने लोगों से ठगों से सावधान और जागरूक रहने की अपील की है।
डिजिटल अरेस्ट कर ठगी को अंजाम
जबलपुर के गोराबाजार थाना क्षेत्र के बिलहरी निवासी 44 वर्षीय जगदीप दुबे जो शासकीय आदर्श विज्ञान महाविद्यालय डिंडौरी में कार्यरत हैं, उन्होंने बताया कि उनके पास 15 अक्तूबर को किसी अज्ञात व्यक्ति का फोन आया, जिसमें उसने कहा कि वह फेडेक्स कोरियर कंपनी से बोल रहा ओर आपके नाम से जो पार्सल मुंबई से ताइवान भेजा जा रहा है। इसमें कुछ गैरकानूनी समान मिला है। जिसे पुलिस के द्वारा रोक दिया गया है। और उसके बाद उसके द्वारा मोबाइल से मुंबई क्राइम ब्रांच के किसी अधिकारी विक्रम सिंह राठौर से बात करवाई गई जिसने उसने कहा कि आपके पार्सल में लैपटॉप और कुछ पैसे एवं ड्ग्स के साथ नकली पासपोर्ट मिले है। ऐसे में अब आपको अरेस्ट किया जाएगा और इसके बाद फोन काट दिया।
वेरिफिकेशन के नाम पर 10 लाख की ठगी
पीड़ित महिला के पास उसी नंबर से दूसरे दिन भी फोन आता है। जिसमे धोखाधड़ी करने वालों के द्वारा उससे कहा जाता है कि हमने तुम्हारी पुरी इंक्वॉयरी कर ली है। तुम्हारे नाम से अलग-अलग शहर में कई अकाउंट है। जो की आधार नंबर से वेरिफिकेशन करने के बाद मालूम चले हैं, उन्होंने पीड़िता के ऊपर मनी लांड्रिंग का केस भी दर्ज होने की बात कही, जिस पर उन्होंने पीड़िता से उसकी संपत्ति का जानकारी देने ओर उसका वेरिफिकेशन करवाने को कहा जिसमें ठगों द्वारा परिवार को गिरफ्तार करने का डर दिखाकर महिला से वेरिफिकेशन के नाम पर 10 लाख रुपए एक खाते में डालने को कहा गया जिसमें उन्होंने वेरिफिकेशन के बाद रुपए वापस किए जाने की बात कही।
इसी बीच पीड़िता के घर एक लेटर पहुंचता है जिसमें पुलिस की सील और साइन लगे हुए थे, जिसे देखकर पीड़िता ने डर कर जालसाजों के द्वारा दिए गए खाता नंबर में आरटीजीएस के माध्यम से 10 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए लेकिन 1 घंटा इंतजार करने के बाद भी जब पैसे वापस नहीं आए तब पीड़िता को लगा कि उसके साथ धोखाधड़ी करके पैसे हड़प लिए गए हैं।
महिला प्रोफेसर ने पुलिस से की शिकायत
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सोनाली दुबे ने बताया है कि गोरा बाजार थाना अंतर्गत महिला प्रोफेसर जगदीप दुबे के साथ 15 अक्टूबर को फोन पर धोखाधड़ी करने वालों ने बताया कि आपका पार्सल में कुछ आपत्तिजनक सामान मिला है जिसमें आपके ऊपर कार्रवाई की जाएगी, इसके बाद 18 अक्टूबर को कार्रवाई से संबंधित किसी लेटर के मिलने पर डर कर 10 लाख रुपए फ्रॉड करने वालों के खातों में ट्रांसफर कर दीजिए। अब मामले में पीड़िता की शिकायत के बाद पुलिस के द्वारा मामला दर्ज कर लिया गया है।
साइबर एक्सपर्ट ने बताया कैसे करें बचाव
साइबर क्राइम पर नजर रखने वाले फाइनेंशियल एक्सपर्ट राहुल ने बताया कि साइबर क्राइम फाइनेंशियल फ्रॉड से जुड़ा हुआ है। इसमें व्यक्ति अपने लालच और डर की वजह से जुड़ता है। व्यक्ति अपने लालच और डर पर काबू रख कर साइबर फ्रॉड और फाइनेंशियल फ्रॉड से बच सकते हैं। लोगों के द्वारा अपने फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट, डेटा, मोबाइल नंबर जैसे अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां आसानी से कहीं भी शेयर कर दी जाती हैं ऐसे में हमें इन पर लगाम रखने की जरूरत है क्योंकि बचाव ही सुरक्षा है, और बचाव ही व्यवस्था है। उनके द्वारा इस प्रकार के क्राइम को रोकने के लिए कुछ प्रेजेंटेशन भी तैयार की गई है।
कलेक्टर ने की जिले के नागरिकों से अपील
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना ने लोगों से साइबर ठगी के मामले में जागरूक रहने की अपील की है। कलेक्टर ने कहा है कि किसी भी मामले में यदि किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा खुद को पुलिस, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट, CBI,CID या अन्य के द्वारा डिजिटल अरेस्ट करने का प्रयास होता है तो उसकी तत्काल सूचना निकटतम पुलिस थाने में या डायल 100 में करें जिससे आपकी सहायता तुरंत की जा सके, उन्होंने जागरूक रहकर साइबर क्राइम और डिजिटल अरेस्ट जैसे ठगी से बचने की बात कही है।
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