केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने प्रोजेक्ट की तैयारी कर ली है। उनके ड्रीम प्रोजेक्ट SPICE PARK को फिर से बनाने के लिए कमर कस ली है। ड्रीम प्रोजेक्ट की सबसे बड़ी बाधा रेलवे अंडरपास ब्रिज है। अंडरपास ब्रिज की ऊंचाई कम होने के कारण इसमें से लोडेड वाहन नहीं गुजर सकते। जिसके चलते राष्ट्रीय स्तर के स्पाइस पार्क में व्यापार सुचारू रूप से संभव नहीं हो सकता।
11 साल से कोई बड़ा उद्योग नहीं
अंडरपास ब्रिज के चक्कर में पिछले 11 साल से स्पाइस पार्क में कोई बड़ा उद्योग स्थापित नहीं लगा पाया है। स्पाइस पार्क में फूड प्रोसेसिंग से लेकर मसाला निर्माण व स्टोरेज की बेहतरीन व्यवस्था सारी व्यवस्था है। इसी कमी को दूर करने के लिए अब ज्योतिरादित्य सिंधिया ने दोबारा मेहनत करना शुरू कर दी है।
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा
ज्योतिरादित्य ने रेल मंत्री से अंडरपास ब्रिज मसाला पार्क की स्थापना गुना के मावन गांव में 16 मार्च 2013 में की गई थी उस वक्त ज्योतिरादित्य सिंधिया यूपीए सरकार में वाणिज्य उद्योग राज्यमंत्री थे। अंडरपास ब्रिज की बाधा को दूर करने के लिए रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखा। रेलवे अंडरपास ब्रिज का निराकरण हो जाता है तो निश्चित रूप से स्पाइस पार्क को गति मिल जाएगी।
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ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पत्र में लिखा गुना क्षेत्र के मावन गांव में 100 एकड़ की जमीन में बना राज्य का एक मात्र स्पाइस पार्क है। जिसकी स्थापना 16 मार्च 2013 को की गई थी। गुना क्षेत्र को उद्योग व्यापार से जोड़ने के लिए स्थापित किए गए इस स्पाइस पार्क के अंतर्गत आने वाली मसाला उत्पादन इकाई में निर्यात के लिए आती जाती हुई ट्रकों को सिंगवासा रेल ब्रिज से होकर गुजरते हैं, अंडर पास की लम्बाई कम होने के कारण ट्रकों का पार होना असम्भव हो चुका है। रेल मंत्री को पत्र लिख कर परिवहन में आ रही दिक़्क़त को दूर करने एवं सुचारू रूप से मजबूत परिवहन व्यवस्था को स्थापित करने की मांग की है।
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