जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था में एक बार फिर गंभीर लापरवाही उजागर हुई है, यहां डेंगू का इलाज कराने के लिए लाया गया कैदी पुलिस को चकमा देकर भाग निकला। हॉस्पिटल से कैदी के फरार होने के बाद कटनी और जबलपुर पुलिस में हड़कंप मच गया है। मामले में कटनी पुलिस अधीक्षक अभिजीत कुमार रंजन ने चार पुलिस आरक्षकों को सस्पेंड किया है। अस्पताल से भागे कैदी के खिलाफ दहेज प्रताड़ना व हत्या का केस दर्ज है।
पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ कैदी
जानकारी के अनुसार कैदी संतु उर्फ छोटू भूमिया को डेंगू हुआ था। संतु की तबीयत बिगड़ने पर उसे इलाज के लिए कटनी से जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल अस्पताल में रेफर किया गया था। सोमवार को इलाज के दौरान संतु हथकड़ी खोलकर अस्पताल परिसर से भाग निकला। इस घटना के समय अस्पताल का चैनल गेट बंद था। मेडिकल कॉलेज परिसर में जगह-जगह सिक्योरिटी गार्ड और बाउंसर तैनात रहते है और इस कैदी के साथ तो पुलिस बल भी मौजूद था। इसके बाद भी कैदी के फरार होने की घटना ने सारे सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।
दहेज प्रताड़ना और हत्या केस में जेल में बंद था संतु
आरोपी का नाम संतु उर्फ छोटू भूमिया (21 साल) है, जो कटनी जिले के स्लीमानाबाद थाने के अंतर्गत आने वाले राखी गांव का निवासी है। संतु पर दहेज प्रताड़ना और 498A, 304B जैसी गंभीर धाराओं के तहत मामले दर्ज थे, जिसके चलते उसे कटनी जेल में बंद रखा गया था।
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सुरक्षा में लगे 4 पुलिसकर्मी निलंबित
अस्पताल से कैदी के भागने के मामले में कटनी पुलिस अधीक्षक ने सुरक्षा में लगे प्रधान आरक्षक दिनेश रजक, आरक्षक अमित सिंह, जयंत कोरी और राजेश को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही फरार कैदी की खोज के लिए पुलिस सक्रिय हो गई है और गढ़ा थाने में घटना की रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई है।
पहले भी हो चुकी है सुरक्षा में चूक
इस प्रकार की घटनाएं जबलपुर मेडिकल कॉलेज में कई बार सामने आई हैं, जहां पहले भी सुरक्षा में चूक के कारण कैदियों के फरार होने के मामले आए हैं। इस घटना ने एक बार फिर से अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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