BHOPAL. मध्य प्रदेश के खंडवा के एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (एटीएस) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एक नाबालिग समेत दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। यह कार्रवाई खंडवा के गुलमोहर कालोनी और सलूजा कालोनी क्षेत्र में की गई है। एटीएस की कार्रवाई से क्षेत्र में सनसनी फैल गई। बताया जा रहा है कि दो युवकों में से एक नाबालिग है। एटीएस ने यह कार्रवाई गुरुवार अल सुबह की है।
फिलहाल एटीएस ने इन लोगों को किस मामले को लेकर हिरासत में लिया यह स्पष्ट नहीं है। माना जा रहा है कि इसके तार कोलकाता के आतंकी मामले से जुड़े हो सकते हैं।
सिमी और आईएसआईएस से थे रकीब के संपर्क
पिछले साल जनवरी में बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने शहर के खानशाहवली इलाके से अब्दुल रकीब कुरैशी को गिरफ्तार किया था। रकीब के संपर्क सिमी और आईएसआईएस से थे। बताया जा रहा है कि टीम को ऐसा इनपुट मिला है कि फैजान, रकीब के संपर्क में था। नाबालिग को इसलिए पकड़ा गया, क्योंकि वह फैजान के संपर्क में है। फैजान और नाबालिग दोनों मैकेनिक का काम करते हैं।
स्लामिक स्टेट से जुड़े वीडियो वायरल करने का आरोप
बताया जा रहा है कि फैजान सोशल मीडिया पर धार्मिक उन्माद से संबंधित वीडियो अपलोड करता है। फैजान पर स्लामिक स्टेट से जुड़े वीडियो वायरल करने का आरोप लगा है। अपने वीडियो में इस्लामिक स्टेट का जिक्र करता है। जबकि, नाबालिग फैजान के संपर्क में था। एटीएस को इनपुट मिला है कि सूरज कॉलोनी से गिरफ्तार किया गया फैजान भी रकीब के संपर्क में था।
ये खबर भी पढ़ें... Jabalpur road accident : पिकअप ने बाइक को मारी टक्कर , मां-मासूम बेटी सहित 3 की मौत
सुबह करीब चार बजे ने एटीएस ने की कार्रवाई
एटीएस की टीम ने पंधाना रोड स्थित सलूजा कॉलोनी और गुलमोहर कॉलोनी से गुरुवार सुबह करीब चार बजे फैजान और एक नाबालिग को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। बताया जा रहा है कि एटीएस की टीम में 8 जवान थे। 4 लोग मिलिट्री ड्रेस और हथियारबंद थे। टीम में 2 महिला जवान भी शामिल थीं। इस मामले में स्थानीय पुलिस कुछ भी बताने से मना कर रही है।
सिमी का नेटवर्क ध्वस्त होने पर आईएसआईएस से जुड़ा रकीब
अब्दुल रकीब कुरैशी और उसका भाई रशीद पहले सिमी से जुड़े हुए थे। दो मामलों में 7 साल की सजा काट चुका था। एक केस में जमानत पर बाहर था। 2013-14 में जेल से बाहर आया। इसके बाद ऑटोमोबाइल का धंधा करने लगा। सिमी का नेटवर्क ध्वस्त होने के बाद उसके आतंकी संगठन आईएसआईएस से जुड़े होने के सबूत मिले थे। सोशल मीडिया ग्रुप्स में आईएसआईएस के नेटवर्क से जुड़े होने पर पश्चिम बंगाल एसटीएफ ने 10 जनवरी 2023 को उसे उठा लिया था। तब से ही वह कोलकाता की जेल में है।
thesootr links
सबसे पहले और सबसे बेहतर खबरें पाने के लिए thesootr के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें। join करने के लिए इसी लाइन पर क्लिक करें
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें