/sootr/media/media_files/2025/06/01/cLFELye3Isd9EaPKvF1S.jpg)
मध्यप्रदेश में इस मई माह ने मौसम के क्षेत्र में एक नया अध्याय जोड़ा है। प्रदेश के 53 जिलों में लगातार आंधी-बारिश और ओलों की झड़ी लगी रही, जिससे हर दिन कहीं न कहीं प्राकृतिक बदलाव का अनुभव हुआ। खासतौर पर इंदौर में 139 वर्षों के पुराने बारिश रिकॉर्ड को तोड़ते हुए इस मई में 4.6 इंच बारिश हुई, जो अब तक का सबसे अधिक आंकड़ा है।
वहीं, उज्जैन ने पूरे मई महीने में कुल बारिश के मामले में भी नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस असाधारण मौसम ने न केवल खेती-किसानी बल्कि आम जनता के रोजमर्रा के जीवन को भी प्रभावित किया है, जहां कई इलाकों में जलभराव और आवागमन में दिक्कतें देखने को मिली हैं।
मई में बारिश के रिकॉर्ड टूटने का कारण
मध्यप्रदेश में मई महीने में सामान्य बारिश 7 मिमी (Normal Rainfall) होती है, लेकिन इस बार करीब 2 इंच बारिश दर्ज हुई है, जो सामान्य से लगभग 7 गुना अधिक है। इंदौर में 139 साल पुराना रिकॉर्ड टूट गया है, जहां मई 1886 में 4.2 इंच (107.7 मिमी) बारिश हुई थी, जबकि इस साल 4.6 इंच (114.8 मिमी) बारिश हुई। उज्जैन में मई की बारिश का ओवरऑल रिकॉर्ड बना है, इस बार यहां 4.3 इंच (111.8 मिमी) से ज्यादा पानी गिरा, जो 2021 के 2.5 इंच (65 मिमी) से दोगुना है। देवास में 6.3 इंच से अधिक बारिश हुई, जो यहां की अब तक की सबसे अधिक बारिश है।
6 जिलों में 4 इंच से अधिक बारिश
-
देवास: 6.3 इंच
-
इंदौर: 4.6 इंच
-
अनूपपुर: 4.5 इंच
-
रतलाम: 4.4 इंच
-
उज्जैन: 4.3 इंच
-
झाबुआ: 4.3 इंच
मौसम विभाग की जानकारी के अनुसार खंडवा, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, खरगोन, शाजापुर, सीहोर, मंदसौर, मुरैना, अलीराजपुर, डिंडौरी, रायसेन, नीमच, हरदा और धार जैसे जिलों में मई के इस महीने में 2.5 से 3.5 इंच तक बारिश दर्ज की गई। यह वर्षा प्रदेश के कई हिस्सों में सामान्य से कहीं अधिक रही, जिसने किसानों और आम जनता दोनों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाला है।
खबर यह भी...नौतपा के बीच छत्तीसगढ़ में मानसून की धमाकेदार एंट्री, एमपी से सिर्फ 800 किलोमीटर दूर
मई में सामान्य से कम तापमान, क्यों रहा मौसम ऐसा?
अप्रैल के मुकाबले इस मई में तापमान काफी कम रहा। अप्रैल में कई शहरों में 45 डिग्री सेल्सियस तक तापमान पहुंचा था, लेकिन मई में प्रदेश का कोई भी शहर 43 डिग्री से ऊपर नहीं पहुंचा। नौगांव, खजुराहो, टीकमगढ़, ग्वालियर, दमोह, शिवपुरी जैसे कुछ ही शहरों में पारा 40 डिग्री से ऊपर गया।
जानकारी के अनुसार, मई में लगातार साइक्लोनिक सर्कुलेशन (Cyclonic Circulation), पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) और टर्फ की एक्टिविटी (Trough Activity) बनी रही, जिसकी वजह से लगातार आंधी-बारिश का दौर चला। यही कारण है कि इस बार मई में गर्मी कम और बारिश अधिक हुई। जून में मौसम का पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। जून के पहले सप्ताह में टर्फ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन सक्रिय रहेंगे। मानसून (Monsoon) 7 से 10 जून के बीच मध्यप्रदेश में प्रवेश कर सकता है। जून के मध्य तक तापमान में वृद्धि होगी, साथ ही उमस बढ़ेगी। जून के अंतिम दिनों में तापमान में थोड़ी राहत मिल सकती है, लेकिन रात का तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
खबर यह भी...MP Weather Update: आंधी-बारिश का अलर्ट, रात में चढ़ेगा पारा, जानें मौसम का हाल
मध्यप्रदेश के प्रमुख बारिश रिकॉर्ड
जिला | बारिश (इंच) | रिकॉर्ड स्थिति |
---|---|---|
देवास | 6.3 | सर्वाधिक बारिश |
इंदौर | 4.6 | 139 साल में सबसे अधिक |
अनूपपुर | 4.5 | अधिकतम बारिश |
रतलाम | 4.4 | प्रमुख बारिश |
उज्जैन | 4.3 | मई की ओवरऑल बारिश का रिकॉर्ड |
NOTE - अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें
📢🔃 🤝💬👩👦👨👩👧👧
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
द सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें
heavy rainfall | Mpcg Rainfall Alert | Madhya Pradesh | weather forecast | Madhya Pradesh weather forecast | madhya pradesh today weather forecast | MP Rain | MP weather news | MP weather Forecast | mp weather alert