हाल ही में मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कार्यकारिणी की घोषणा की थी। इसके बाद से ही इसे लेकर बवाल मचा हुआ है। कार्यकारिणी को लेकर पार्टी के नेता सवाल उठा रहे हैं। इन सबके बीच भोपाल के पूर्व शहर अध्यक्ष मोनू सक्सेना ने सचिव पद से इस्तीफा दे दिया है। आपको बता दें कि कार्यकारिणी की दूसरी सूची में मोनू सक्सेना को प्रदेश सचिव की जिम्मेदारी दी गई थी।
मोनू सक्सेना ने जीतू पटवारी को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने कहा है कि मैं पद से इस्तीफा दे रहा हूं लेकिन हमेशा की तरह कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर पार्टी के लिए काम करता रहूंगा।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने दस माह बाद घोषित की कार्यकारिणी
पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता रहूंगा: सक्सेना
मोनू सक्सेना ने अपने पत्र में लिखा है कि मैं प्रदीप मोनू सक्सेना, छात्र राजनीति NSUI, युवा कांग्रेस और भोपाल जिला कांग्रेस पार्टी का निष्ठावान कार्यकर्ता हूं और हमेशा रहूंगा। आपके द्वारा मुझे प्रदेश कांग्रेस में सचिव का महत्वपूर्ण पद मुझे दिया गया है। चूंकि, मैं पूरे समय पार्टी की विचार धारा के लिया कार्य करता हूं और अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और हम सब के जन नेता राहुल गांधी के संदेश को घर-घर के साथ जन-जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहा हूं। आप से अनुरोध है कि मेरे प्रदेश सचिव स्थान पर किसी अन्य अनुभवी या युवा साथी को पदस्थ कर पार्टी की विचारधारा को आगे बढ़ाने का अवसर प्रदान करें।
प्रमोद टंडन भी दे चुके हैं इस्तीफ
बता दें कि इससे पहले भी इंदौर के नेता प्रमोद टंडन कांग्रेस कार्यकारिणी और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे चुके हैं। उन्हें कार्यकारिणी में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया था, लेकिन उन्होंने कार्यकारिणी में शामिल होने से इनकार कर दिया और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि, खराब स्वास्थ्य के चलते मैं अपनी जिम्मेदारियां नहीं निभा पाऊंगा। वहीं उनके इस्तीफे को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा थी कि वह कोई बड़ा पद मांग रहे थे, जो उन्हें नहीं मिला। इसके चलते उन्होंने यह फैसला लिया।
जीतू पटवारी ने जारी की PCC की दूसरी लिस्ट
अजय सिंह भी उठा चुके हैं सवाल
बता दें कि, सदस्यीय कार्यकारिणी पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष रहे अजय सिंह भी सवाल खड़े कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि अगर कार्यकारिणी का गठन उन्हीं नेताओं के कहने और इशारे पर होगा, जो कांग्रेस की दुर्दशा के लिए जिम्मेदार हैं तो कांग्रेस पार्टी को भगवान ही बचा सकते हैं। दो दशक बीत गए और उन्हीं लोगों की वजह से फैसले लिए जा रहे हैं, ये कांग्रेस पार्टी का दुर्भाग्य है। बता दें कि हाल ही में एमपी कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारे की अध्यक्षता में कार्यकारिणी की घोषणा की गई थी। इस टीम में 17 उपाध्यक्ष, 71 महासचिव, 16 कार्यकारिणी सदस्य, 33 स्थायी आमंत्रित सदस्य और 40 विशेष आमंत्रित सदस्य शामिल हैं।
thesootr links
- मध्य प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- रोचक वेब स्टोरीज देखने के लिए करें क्लिक