इंदौर-देवास मार्ग की हालत खराब है। खासकर राऊ से लेकर देवास पर आए दिन लंबे जाम लग रहे हैं। इसी मामले में हाईकोर्ट में चीफ जस्टिस सुरेश कुमार कैत की डबल बेंच में लगी याचिका पर सुनवाई करते हुए उन्होंने खुद के अनुभव को भी बताया कि यहां वाकई हालत खराब है। हम भी इस रोड से गुजरे हैं।
सुधार के लिए मांगा तीन माह का समय
राऊ-देवास बायपास की हालत सुधार के लिए लगी याचिका पर सुनवाई में एनएचएआई के अधिवक्ता ने इसमें सुधार के लिए तीन माह का समय मांगा। लेकिन इस पर चीफ जस्टिस ने पूछा रोज कितने किमी सड़क बनाते हैं, इस पर उन्होंने कहा कि ढाई किमी, कुल रोड करीब 45 किमी है तो फिर तीन माह का समय क्यों चाहिए? इसे एक माह के भीतर पूरा कीजिए, अगले महीने फिर सुनवाई की जाएगी।
पहले भी मांगा था समय
तनिष्ट पटेल ने इस रोड की बदहाली को लेकर जनहित याचिका दायर की है। पहले भी एनएचएआई द्वारा इसमें जल्द इसे ठीक करने की बात कही गई थी लेकिन कुछ नहीं हुआ। वहीं हर दिन लाखों रुपए की टोल वसूली जारी है। सड़क पर लाइट नहीं है और गड्ढे भी हैं। याचिकाकर्ता ने कहा कि धूल के गुबार है, हालत खराब है।
बारिश का बहाना बनाकर बचे रहे
एनएचएआई ने कहा कि बारिश के मौसम के कारण काम नहीं हो सका था लेकिन अब कर देंगे। कोर्ट ने कहा कि बारिश खत्म हुए कितना समय हो गया? इस पर एनएचएआई की ओर से कहा गया कि डेढ़ माह हो चुका है। अब इसमें सुधार के लिए तीन माह का समय क्यों चाहिए। इसे एक माह में पूरा कीजिए।
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