मध्य प्रदेश हाईकोर्ट, सरकार और शासन के फैसले के बाद नर्सिंग घोटाले मामले में तेजी देखी गई। मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग घोटाले के बाद अब एक बार फिर से 2020 के बाद खुले सभी 667 नर्सिंग कॉलेजों की दोबारा जांच होगी। हाई कोर्ट ने गुरुवार ( 30 मई ) को नर्सिंग फर्जीवाड़े से संबंधित एक याचिका में सुनवाई के दौरान ये फैसला लिया है। ( Nursing College Scam )
किन नर्सिंग कॉलेजों की होगी जांच
- जिन्हें सीबीआई में क्लीन चिट मिली, जिनमें खामियां थीं या जो अपात्र थे।
- जो कॉलेज बंद हो चुके हैं, उनकी भी जांच, जीएनएम कोर्स वाले भी दायरे में।
जांच टीम में शामिल तहसीलदार समेत 14 को नोटिस
नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता की जांच करने गई सीबीआई की टीम में नर्सिंग स्टॉफ के साथ शामिल 13 नायब तहसीलदार और एक तहसीलदार की भूमिका भी संदेह के दायरे में आ गई है। राजस्व अफसरों को इसलिए जांच टीम में रखा गया था ताकि वे एक-एक या दो-दो कमरों के साथ छोटी जगहों और किराए की जगहों पर चल रहे कॉलेजों की वास्तविक सीमा बताएं, लेकिन इन्होंने निरीक्षण रिपोर्ट में ही गड़बड़ी कर दी। अब इन 13 नायब तहसीलदार और एक तहसीलदार को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। चिकित्सा शिक्षा विभाग से पूछा है कि इनकी भूमिका क्या थी और उन्होंने इसका पालन कैसे और किस तरह किया।
इन्हें थमाया नोटिस
- तत्कालीन तहसीलदार इंदौर : पल्लवी पौराणिक
- तत्कालीन नायब तहसीलदार : (जांच के दौरान इन जगहों पर पदस्थ रहे)
- विदिशा- अंकिता यदुवंशी
- नर्मदापुरम- ज्योति ढोके
- देवास- सुभाष कुमार सुनेरे
- छिंदवाड़ा- छवि पंत
- धार- सतेंद्र सिंह गुर्जर
- झाबुआ- जीतेंद्र सोलंकी
- सीहोर- अतुल शर्मा
- खरगौन- कृष्णा पटेल
- नायब तहसीलदार (अभी मौजूदा जगहों पर पदस्थ)
- आलीराजपुर- रानू माल
- झाबुआ- अनिल बघेल
- बुरहानपुर- जगदीश बिलगावे और रामलाल पगोर
- रीवा- यतीश शुक्ला
डिप्लोमा कोर्स वाले कॉलेजों की भी जांच
सीबीआई की टीम मध्य प्रदेश के 470 नर्सिंग कॉलेजों की जांच करेगी जहां डिप्लोमा कोर्स होते हैं। इसके लिए 7 अलग-अलग टीमें बनाई गई है। मध्य प्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने सीबीआई को डिप्लोमा कोर्स करवाने वाले 470 कॉलेजों की लिस्ट सौंपी है। यह टीमें जल्द ही कॉलेजों की जांच करेगी।
रिश्वत लेने वाले 9 आरोपी जेल में
मध्य प्रदेश नर्सिंग घोटाला केस में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में रेड मारकर रिश्वत लेने वाले अफसरों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों की कोर्ट में पेशी के बाद उन्हें अभी जेल भेज दिया गया है। सीबीआई इंस्पेक्टर सुशील कुमार मजोका, अनिल भास्करन, तनवीर खान, राधारमण शर्मा, सचिन जैन, वेद प्रकाश शर्मा, प्रीति तिलकवार, सुमा अनिल भास्करन, जल्पना अधिकारी को जेल भेज दिया गया है। आरोपी ओम गोस्वामी, रवि भदौरिया और जुगल किशोर शर्मा अभी भी रिमांड पर है।
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