मध्य प्रदेश सरकार ने एक बड़ा आदेश जारी किया है, जिसके तहत कुछ पुलिस अधिकारियों को उनके उच्च पद पर प्रमोट करने का फैसला रद्द कर दिया गया है। इन अधिकारियों को इंस्पेक्टर से उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के पद पर प्रमोट किया गया था, लेकिन अब इन अधिकारियों को उनके मूल पद पर वापस भेज दिया गया है।
पुलिस अधिकारियों को उच्च प्रभार सौंपने का फैसला
प्रदेश सरकार ने पुलिस विभाग के अधिकारियों के लिए एक नीति बनाई थी, जिसके तहत अधिकारियों को उच्च प्रभार सौंपने का प्रावधान था। इस नीति के तहत, कुछ पुलिस इंस्पेक्टर्स को उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) के पद पर प्रमोट किया गया था। इस प्रकार के प्रमोशन को एक अवसर के रूप में देखा गया था, जिससे अधिकारियों को उनके कार्यक्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन करने का मौका मिलता था।
ये भी खबर पढ़ें... एमपी प्रशासन में एक और फेरबदल, अब अपर मुख्य सचिव के बाद एडीजी को संभाग पर मॉनीटिरिंग की जिम्मेदारी
प्रमोशन रिवर्ट करने का आदेश
हालांकि, अब पुलिस मुख्यालय भोपाल ने इन अधिकारियों के प्रमोशन को रद्द कर दिया है और उन्हें उनके मूल पद पर वापस भेजने का आदेश जारी कर दिया है। जिन अधिकारियों के प्रमोशन को रद्द किया गया है, उनमें तहजीब काजी (इंस्पेक्टर, देवास), रितेश साहू (इंस्पेक्टर, पुलिस महानिरीक्षक कार्यालय जबलपुर), गोपाल परमार (इंस्पेक्टर, अलीराजपुर), भुर सिंह चौहान (रक्षित निरीक्षक, विदिशा) और खिलावन सिंह कंवर (रक्षित निरीक्षक, पन्ना) शामिल हैं।
/sootr/media/media_files/2025/03/25/V0NRtXkPL0ohMFdzdRsT.jpg)
ये भी खबर पढ़ें... एमपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 68 पुलिस अधिकारियों के हुए तबादले
क्यों रद्द किया गया प्रमोशन?
यह कदम प्रदेश सरकार के अंतर्गत पुलिस अधिकारियों की पदोन्नति के नियमों में किसी गड़बड़ी या किसी अन्य कारण से लिया गया है। हालांकि, इसके पीछे क्या विशेष कारण है, इसकी स्पष्ट जानकारी अभी तक सामने नहीं आई है, लेकिन यह एक अहम फैसला माना जा रहा है।
thesootr links
हमारे न्यूज़लेटर की सदस्यता लें! विशेष ऑफ़र और नवीनतम समाचार प्राप्त करने वाले पहले व्यक्ति बनें